लखनऊ: 6 फार्मासिस्टों की अचानक हुई मौत से दहशत में लोग, प्रमुख सचिव से जांच कराने की उठी मांग

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Mishra
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लखनऊ, अमृत विचार। एक सप्ताह के भीतर प्रदेश में 6 फार्मासिस्टों की हुई अचानक मौत से स्वास्थ्य कर्मचारियों में दहशत है। जिसको देखते हुये फार्मासिस्ट फेडरेशन ने प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य को पत्र लिखकर जांच कराने की मांग की है। जिसमें उच्च स्तरीय कमेटी बनाकर तकनीकी पहलू की जानकारी करने की मांग उठी है। इस कमेटी में एम्स जैसे चिकित्सा संस्थानों के डॉक्टरों को भी शामिल करने की अपील की गई है। जिससे अचानक हो रही मौतों की सही जानकारी लोगों के सामने आ सके और दहशत दूर हो।

फार्मासिस्ट फेडरेशन के मुताबिक बीते सात दिनों में प्रदेश के विभिन्न जिलों में तैनात 6 फार्मासिस्टों की जान जा चुकी है। इन सभी की अचानक मौत हुई है। 15 मई 2024 दिन बुधवार को प्रमोद यादव   सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हंडिया प्रयागराज में तैनात थे। वह कार से ड्यूटी जा रहे थे, तभी रास्ते में हार्ट अटैक हुआ, उन्होंने कार को किनारे लगाया और उनका निधन हो गया । कार में उनका मृत शरीर मिला । उसी दिन 15 मई बुधवार को ही कौशांबी मंझनपुर फार्मेसिस्ट सदाशिव सिंह का ड्यूटी करते हुए चिकित्सालय में ही निधन हो गया ।

उसके बाद 18 मई 2024 दिन शनिवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामनगर प्रयागराज के फार्मेसिस्ट जय सिंह का ड्यूटी करते हुए आकस्मिक निधन हो गया । सोमवार 20 मई को बुलंदशहर मालागढ़ के सूरज का आकस्मिक निधन हो गया । 20 मई को दिन में एक बजे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बाराचवर गाजीपुर में तैनात फार्मेसिस्ट वकार शाहिद का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वहीं लखनऊ में 23 मई को फार्मासिस्ट सचिन पाण्डेय की मौत हो गई थी।

फार्मासिस्ट फेडरेशन के अध्यक्ष सुनील यादव ने बताया है कि इस तरह फार्मासिस्टों की अचानक हुई मौत से साथियों में दहशत है। ऐसे में कमेटी बनाकर इसकी एक जांच होना जरूरी है। जिससे लोगों के अन्दर डर की भावना को कम किया जा सके।

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