लखनऊ: साइबर फ्रॉड कर ठगी करने वाले छह आरोपी गिरफ्तार, कई लोगों को बनाया शिकार
एसटीएफ ने सफेदाबाद क्रासिंग के पास से पकड़ा
लखनऊ, अमृत विचार। उप्र. एसटीएफ ने फर्जी कॉल सेंटर खोलकर व विदेशी हैकरों व साइबर फ्राड करने वालों द्वारा संचालित किए जा रहे एक्सेस-मार्केट-डॉटकाम के माध्यम से धोखाधड़ी करने वाले एक गिरोह के छह सदस्यों को सफेदाबाद क्रासिंग के पास से गिरफ्तार किया है। आरोपी फर्जी टेलीग्राम आईडी प्राप्त कर ऑनलाइन गैंबलिंग गेम तैयार धोखाधड़ी करते थे।
एसटीएफ ने शनिवार को अंसल निवासी धीरज कुमार सिंह, इंदिरानगर निवासी तरुण पुरुषोत्तम गावरी, कोतवाली बाराबंकी निवासी अभिषेक, पिछौरी हैदरगढ़ निवासी सर्वजीत सिंह, नवाबगंज बाराबंकी निवासी रशीद खान एवं सफेदाबाद बाराबंकी निवासी अमन यादव को गिरफ्तार किया है।
एसटीएफ के डीएसपी धर्मेश कुमार शाही ने बताया गिरफ्तार अभियुक्तों से बरामद आधारकार्ड, सिम कार्ड, चेक-बुक के संबंध में पूछा गया तो पता चला कि बरामद पांचों आधार कार्ड फर्जी हैं। धीरज, तरुण, सर्वजीत ने बताया की वह सभी राशिद, अमन, अभिषेक से विभिन्न बैंकों के कॉर्पोरेट बैंक अकाउंट उनकी चेक बुक, डेबिट कार्ड व सिम कार्ड खरीदते हैं, जिन्हें राज व शुक्ला को देते हैं। ये लोग हमसे टेलीग्राम के माध्यम से जुड़े थे।
फिर हम लोगों से पिछले करीब एक वर्ष से अकॉउंट लेकर इनमें करोड़ों रुपया ऑनलाइन गेमिंग का मंगाते हैं। दो तीन दिन चलने के बाद ये अकाउंट बैंकों द्वारा फ्रीज कर दिए जाते हैं। हम लोग ब्लैंक और एक्टिवेटिड सिम भी इन्हीं लोगों से खरीदकर राज व शुक्ला को देते हैं। ये लोग इसपर नंबर क्लोन कराकर फ्रॉड करते हैं। फर्जी आधार कार्ड हम लोग सिम कार्ड खरीदने होटल में कमरा लेने इत्यादि कामों में इस्तेमाल करते हैं।
इस काम से इन खातों में जितना पैसा आता है उसका पांच प्रतिशत शुक्ला व राज हम लोग को देते हैं। पूर्व में भी कई बैंक अकाउंट राशिद के माध्यम से अमन व अभिषेक ने हम लोग को दिए है, जिसका पूरा डाटा हम लोग के मोबाइल में है। मोबाइल को चेक किया गया तो टेलीग्राम व व्हाट्सप्प चैट में बहुत सारे खातों के लेनदेन के सम्बन्ध में चैट व खातों के संबंध में फोटोग्राफ मौजूद मिले।
यह भी पढ़ें:-सीतापुर: दोस्त की हत्या करने वाला हत्यारोपी आलाकत्ल के साथ गिरफ्तार, जानें वजह
