मुरादाबाद : पॉलिटेक्निक की छात्रा ने पंखे से लटक कर दी जान, महोबा जिले की रहने वाली थी

घटना के कारण से काॉलेज प्रशासन व पुलिस अपने को बता रहा अंजान, कॉलेज प्रशासन ने दरवाजा तोड़ा तो पंखे से लटका मिला छात्रा का शव

मुरादाबाद : पॉलिटेक्निक की छात्रा ने पंखे से लटक कर दी जान, महोबा जिले की रहने वाली थी

मुरादाबाद। राजकीय महिला पॉलिटेक्निक की छात्रा का बुधवार देर शाम छात्रावास के कमरे में पंखे से शव लटकता मिला है। इस अनहोनी के बाद से कॉलेज में सनसनी फैल गई है। मृतक 17 वर्षीय छात्रा रजनी (परिवर्तित नाम) महोबा जिले में तहसील व थाना कुलपहाड़ के गांव पचहरा अमनपुरा की रहने वाली थी। छात्रा की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के बाद से कॉलेज में साथी छात्राओं में खामोशी है। कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है। छात्रा रजनी ने मौत को गले क्यों लगाया? इसका स्पष्ट कारण न पुलिस बता रही है और न ही कॉलेज के प्रधानाचार्य।

फिलहाल, घटना की जानकारी पुलिस को बुधवार रात करीब 8.30 बजे मिली थी। मौके पर सिविल लाइन सीओ, थानाध्यक्ष समेत अन्य कई पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे थे। घटनास्थल पर साक्ष्य एकत्र करने के उपरांत शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा था। साथ ही मृतक छात्रा के परिजन को फोन कर घटना की जानकारी दी थी। सिविल लाइन थानाध्यक्ष राम प्रसाद शर्मा ने बताया कि उन्हें कॉलेज में जानकारी मिली है कि छात्रा रजनी बुधवार को क्लास में पढ़ने भी नहीं गई थी और दोपहर का भोजन भी नहीं किया था।

यही नहीं, बुधवार पूरे दिन छात्राओं को वह कहीं दिखाई भी नहीं दी। लेकिन, शाम वाले भोजन के दौरान भी जब वह नहीं दिखी तो साथी छात्राओं ने चिंता कर उसकी खोजबीन शुरू की थी। उसके कमरे में जाकर देखा तो अंदर से दरवाजा बंद था। छात्राओं ने कई आवाज लगाई और दरवाजा खोलने को कहा लेकिन, कमरे के अंदर से कोई गतिविधि नहीं हुई। जिस पर छात्राओं ने दरवाजा-खिड़की की दराजों में झांक कर देखा तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। तुरंत बिना देरी के कॉलेज स्टॉफ को जानकारी दी थी।

मौके पर प्रधानाचार्य धीरेंद्र सिंह यादव व अन्य स्टॉफ पहुंचा था। इन लोगों ने पहले दरवाजा खोलवाने का प्रयास किया लेकिन, जब उन्हें सफलता नहीं मिली तो दरवाजा तोड़वाया और देखा पंखे में बंधे दुपट्टे से छात्रा की गर्दन कसी थी और उसका शव लटक रहा था। इस दृश्य के बाद ही कॉलेज प्रशासन ने पुलिस को खबर की थी। थानाध्यक्ष ने यह भी बताया कि छात्रावास के सी-ब्लॉक वाले कमरे में रजनी अकेले रहती थी। थानाध्यक्ष ने बताया कि इस पूरी घटना की जांच की जा रही है। अभी घटना के कारण की जानकारी नहीं हुई है।

घुमसुम, अकेलापन खोजती थी रजनी : प्रधानाचार्य
कॉलेज के प्रधानाचार्य धीरेंद्र सिंह यादव ने बताया कि छात्रा रजनी की मौत का कोई कारण पता नहीं चला है। उन्होंने छात्रावास में रहने वाली अन्य छात्राओं से भी पूछताछ की है। ये छात्राएं कुछ बता नहीं पा रही हैं। हां, कुछ छात्राओं ने इतना जरूर कहा है कि रजनी कुछ कम बोलती थी। साथी छात्राओं के बीच घुलती-मिलती नहीं थी। अकेलापन खोजती थी। छात्राओं ने सबसे पहले छात्रावास में महिला पीआरडी को खबर की थी। एडीएम ज्योति सिंह व सीओ भी मौके पर आए थे। वह पॉलिटेक्निक प्रथम वर्ष (इलेक्ट्रॉनिक) की छात्रा थी। अभी 22 जून से द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षाएं होनी हैं। प्रथम सेमेस्टर के रिजल्ट आए हुए तीन महीने से अधिक हो चुका है, इसलिए इस घटना को रिजल्ट से जोड़कर देखना उचित नहीं है।

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