Kanpur Weather News: सूरज के तेवर से तप रहा शहर, तापमान 44 के पार...मौसम वैज्ञानिक का आने वाले दिनों के लिए यह है अनुमान

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Published By Nitesh Mishra
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भीषण गर्मी से फिलहाल नहीं मिली राहत

कानपुर, अमृत विचार। नौतपा के चलते प्रचंड गर्मी लोगों के लिए मुसीबत बनती जा रही है। भीषण गर्मी से फिलहाल राहत नहीं मिली है। स्थानीय स्तर पर धूल भरी आंधी और हल्की बारिश की संभावना है। 

रविवार को सूरज के तल्ख तेवर के चलते पारा 44 डिग्री को पार कर गया। सुबह से ही चटख धूप लोगों के लिए मुसीबत बनती जा रही थी। भीषण गर्मी और लू के थपेड़ों को चलते दोपहर में सड़कों पर सन्नाटा था। आजकल बाजार आदि क्षेत्रों में भी सन्नाटा रहता है। जरूरतमंद ही सड़कों पर नजर आते हैं। अधिकतर लोग अपने-अपने काम शाम को या सुबह करना ही पसंद करते हैं। जिससे सुबह-शाम सड़कों पर चहल-पहल रहती है और दोपहर को अक्सर सन्नाटा रहता है। दोपहर 12 बजे के पास पारा 40 डिग्री के ऊपर पहुंच गया था। 

चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डा. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि भीषण गर्मी के चलते रेड अलर्ट जारी है। न्यूनतम तापमान भी सामान्य से 3.6 डिग्री ऊपर चढ़कर 30.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। हाई क्लाउड के चलते आर्द्रता अधिकतम 57 एवं न्यूनतम 24 प्रतिशत रिकार्ड की गई। जिससे जब हवा की गति बहुत मंद थी तो लोगों को उमस परेशान कर रही थी। जब हवा तेज चल रही थी तो लू मुसीबत बनी हुई थी। दिन में लू के थपेड़े 6.3 किलोमीटर की रफ्तार से चले।

हल्की बारिश और आंधी के आसार

डा. पांडेय ने बताया कि अगले पांच दिनों में हल्के बादल छाए रहने के कारण आगामी चार दिनों में तेज हवाओं, धूल भरी आंधी एवं गरज़ चमक के साथ स्थानीय स्तर पर हल्की वर्षा होने की संभावना हैं तथा दिन और रात के तापमान सामान्य से अधिक रहने के आसार हैं। कानपुर देहात और आसपास के क्षेत्र में हल्की बारिश हुई है। इससे उमस और बढ़ी है। 

मानसून के बन रहे आसार

मौसम विभाग का मानना है कि मध्य अरब सागर के कुछ और भागों, दक्षिण अरब सागर के शेष भागों, लक्षद्वीप और केरल, कर्नाटक के कुछ भागों, तमिलनाडु के कुछ और भागों तथा दक्षिण-पश्चिम और मध्य बंगाल की खाड़ी में अगले दो दिनों में मानसून के आगमन के लिए परिस्थितियां अनुकूल होती जा रही हैं।

मौसम वैज्ञानिक की माने तो पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी अफगानिस्तान और उससे सटे पाकिस्तान पर चक्रवात के रूप में है। उत्तर-पूर्व असम और उसके आसपास के क्षेत्रों पर चक्रवाती क्षेत्र बना हुआ है। लक्षद्वीप के कुछ हिस्सों, बंगाल की खाड़ी और पूर्वोत्तर भारत में मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं। उत्तर प्रदेश में मानसून अगले माह दस्तक देगा।

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