जिला स्तरीय योगासन : योग से होता शारीरिक व मानसिक विकास
विश्व योग दिवस की पूर्व संध्या पर जिला स्तरीय योगासन प्रतियोगिता का आयोजन
अयोध्या, अमृत विचार : विश्व योगदिवस की पूर्व संध्या पर प्रथम जिला स्तरीय योगासन प्रतियोगिता अवध विश्वविद्यालय के ध्यान केंद्र, योग विज्ञान विभाग में गुरूवार को सम्पन्न हुई। प्रतियोगिता की अध्यक्षता विश्वविद्यालय क्रीड़ा परिषद के उपाध्यक्ष प्रो. हिमांशु शेखर सिंह ने किया।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि पुलिस उपाधीक्षक अयोध्या अर्चना सिंह ने कहा कि जीवन में खेल का विशेष महत्व है। सरकार ने योग को एक खेल के रूप में मान्यता दे दी है। योग और खेल, शारीरिक ही नहीं मानसिक विकास भी करते हैं। उन्होंने कहा कि कुछ खेल बच्चों के लिए होते हैं। कुछ बड़ों व बुर्जुगों के लिए, जबकि योग एक ऐसा माध्यम है जिसमें सभी वर्ग के लोग प्रतिभाग कर सकते हैं। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) के सहायक क्षेत्रीय निदेशक डॉ. कीर्ति विक्रम सिंह ने योग के महत्व के विषय जानकारी दी। सरकार द्वारा खिलाड़ियों की लिए चलाई जा रही योजनाओं के विषय में प्रकाश डाला।
इस जिला स्तरीय प्रतियोगिता के सीनियर वर्ग में महिला और पुरुषों ने प्रतिभाग कर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया। इन सभी वर्गों के प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पाने वाले विजेताओं को मेडल तथा प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। सीनियर वर्ग महीला में शालू कुमारी- प्रथम, आकृति त्रिपाठी-द्वितीय व रोली पांडे तृतीय स्थान पर रहीं। सीनियर वर्ग पुरुष में आशीष शुक्ला-प्रथम, राजपाल-द्वितीय व कमलेश कुमार तृतीय स्थान पर रहे। सभी विजेता प्रतिभागी आगामी राज्य स्तरीय उत्तर प्रदेश योगासन स्पोर्ट्स प्रतियोगिता में प्रतिभाग करेंगे।
प्रतियोगिता में ऑब्जर्वर की भूमिका योगासन उत्तर प्रदेश से जुड़े प्रतिनिधि वैभव उपाध्याय ने निभाई। योग विज्ञान के सहायक आचार्य डॉ. आलोक तिवारी ने निर्विवाद निर्णय देकर प्रतियोगिता सम्पन्न कराई। डॉ. अनुराग तिवारी ने मंच संचालन व अतिथियो का धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम में योग विज्ञान विभाग के शिक्षक डॉ. अनुराग सोनी, गायत्री वर्मा की महती भूमिका रही। रजिस्ट्रेशन का कार्य दिवाकर पाण्डेय के द्वारा किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।
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