पीलीभीत: गौहनिया तालाब को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की तैयारी
पीलीभीत, अमृत विचार। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जनपद में सार्थक प्रयास किए जा रहे हैं। पीटीआर के साथ अब पर्यटकों के लिए शहर में भी पर्यटन स्थल विकसित करने की तैयारी की गई है। इसके लिए केंद्रीय राज्यमंत्री जितिन प्रसाद की मदद से नगरपालिकाध्यक्ष डॉ.आस्था अग्रवाल गौहनिया तालाब को मिनी नैनीताल के रुप में तैयार कराने का प्रयास कर रही हैं। इसके सौंदर्यीकरण और निर्माण करने के लिए करीब छह करोड़ का खर्च आना है। पर्यटन विभाग ने स्थलीय निरीक्षण करने के बाद पीपीटी तैयार कर लिया है। फिलहाल अब स्वीकृति मिलने का इंतजार है।
शहर के ड्रमंड कॉलेज के सामने टनकपुर व माधोटांडा मार्ग के किनारे स्थित गौहनिया तालाब है। जिसमें प्राकृतिक जल स्त्रोत के चलते हमेशा पानी भरा रहता है। मगर तालाब के आसपास हो रहे अतिक्रमण की वजह से उसका स्वरूप काफी बिगड़ चुका है। अब तालाब के सौंदर्यीकरण की योजना पर काम शुरू किया गया है। पीलीभीत टाइगर रिजर्व आने वाले पर्यटकों के लिए रास्ते में कोई भी ऐसी जगह नहीं है, जहां वह अपने परिवार के साथ समय बिता सके। इसे देखते हुए पीटीआर जाने वाले पर्यटकों को रोमांचित करने के लिए गौहनिया तालाब को मिनी नैनीताल के रुप में तैयार करने की रणनीति बनाई है। यह कार्य पर्यटन विभाग और नगरपालिका के आपसी समन्वय से होगा। जिसका पूरा कार्य पर्यटन विभाग कराएगा। क्योंकि यह एक बड़ा प्रोजेक्ट है।
इसलिए पालिका का सहयोग रहेगा। गौहनिया तालाब में निजी गाटा भी है। बता दें कि 1.538 हेक्टेयर में सरकारी तालाब है। उसमें पानी भरा है। मुख्य साइड पर काम किया जाएगा। पूर्व में नगरपालिका चेयरमैन डॉ. आस्था अग्रवाल की ओर से पत्र लिखा गया था। इसके लिए छह करोड़ से अधिक का प्रोजेक्ट तैयार किया गया। इसमें तालाब के चारों ओर घूमने के लिए पक्का रास्ता बनाया जाएगा। तालाब के चारों ओर पाथवे बनाकर लाइट लगाने के साथ उस पर रंगीन लाइटें लगाई जाएंगी। साथ ही बैठने के लिए बेंच आदि भी बनेंगी। इसके अलावा तालाब में बोटिंग की सुविधा भी मुहैया कराई जाएगी। जिसका किराया तय किया जाएगा।
जानिए क्या बोलीं नगर पालिका अध्यक्ष
अध्यक्ष नगर पालिका डॉ. आस्था अग्रवाल ने बताया कि गौहनिया तालाब के सौंदर्यीकरण के लिए वर्ष 2022 में टूरिज्म विभाग की ओर से 49.50 लाख का बजट आवंटित किया था। जिसकी पहली किस्त के 12 लाख रुपये पालिका को मिले थे। मगर इतने कम बजट में काम पूरा करना संभव नहीं है। इसलिए बजट को वापस कर दिया गया। अब दोबारा से पर्यटन विभाग से इसके सौंदर्यीकरण को लेकर वार्ता की गई है। पर्यटन विभाग की ओर से पीपीटी तैयार कर लिया गया है। स्वीकृति का इंतजार है।
