Bareilly: मनमाने ढंग से भुगतान करने पर फंसे रिटायर्ड समेत 3 सचिव, प्रधान के अधिकार सीज
1.49 लाख की होगी वसूली, फाइनल जांच के लिए कमेटी गठित
बरेली, अमृत विचार: बिथरी चैनपुर ब्लाॅक की ग्राम पंचायत कुम्हरा में मनरेगा के तहत मई 2021 से जून 2024 तक श्रमिकों को मनमाने ढंग से भुगतान करने के मामले में डीएम रविंद्र कुमार ने सोमवार को प्रधान के अधिकार सीज कर दिए। इस मामले में रिटायर्ड सचिव समेत तीन सचिव भी फंसे हैं। फाइनल जांच के लिए दो सदस्यीय कमेटी गठित की है। सभी से 1.49 लाख रुपये की वसूली की जाएगी।
अगस्त 2024 में गांव के चैतन्य देव, रईस संजय आदि ने शपथपत्र देकर डीएम से शिकायत की थी। डीएम के आदेश पर जिला प्रोबेशन अधिकारी और डीआरडीए के सहायक अभियंता ने जांच में प्रथम दृष्टया आरोप सही पाने पर सितंबर में डीपीआरओ को रिपोर्ट सौंप दी थी। रिपोर्ट के मुताबिक अक्टूबर में मनरेगा लोकपाल शिशु मौर्य भी गलत जॉब कार्डधारकों को लाभ देने की जांच कर चुके हैं। उन्हें भी जांच में 1.49 लाख रुपये की गड़बड़ी मिली है।
डीपीआरओ के मुताबिक प्रधान को नवंबर में कारण बताओ नोटिस जारी किया लेकिन इसका जवाब नहीं दिया। जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर डीएम ने प्रधान मंजू कुमारी के अधिकार सीज करने के साथ तत्कालीन सचिव छेदालाल को मुख्य रूप से दोषी माना है। छेदालाल सेवानिवृत्त हो गए हैं। इस अवधि में तैनात रहे सचिव अजय वंश, भगवान दास और शालिनी वर्मा भी स्वेच्छा से जॉब कार्ड धारकों के नाम परिवर्तित करने, गलत जॉब कार्ड धारकों के खाते में पैसा भेजने, शासनादेश की अनदेखी आदि गंभीर आरोपों के लिए दोषी ठहराए गए हैं। डीएम ने नियम विरुद्ध हुए भुगतान पर प्रधान पर कार्रवाई करने के साथ ही सचिवों को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं।
डीपीआरओ कमल किशोर ने बताया कि प्रधान के अधिकार सीज कर दिए गए हैं। रिटायर्ड सचिव छेदालाल को नोटिस जारी किया जाएगा। सचिव अजय वंश, शालिनी वर्मा और भगवान दास ग्राम्य विकास विभाग के हैं, इन पर कार्रवाई के लिए डीडीओ को पत्र भेज गया है। अंतिम जांच डीसी एनआरएलएम और पीडब्ल्यूडी प्रांतीय खंड को सौंपी है। इनकी जांच रिपोर्ट के आधार पर सचिवों पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
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