Bareilly: रिंगरोड में कर दिया एक और खेल, निजी भूमि को बताया सरकारी और कर लिया अधिग्रहण
महिला का दावा, दाखिल खारिज होकर उसका नाम खतौनी फसली वर्ष 1426-1431 में है दर्ज
बरेली, अमृत विचार: लखनऊ और दिल्ली हाईवे को जोड़ने के लिए प्रस्तावित पश्चिमी रिंगरोड की भूमि अधिग्रहण करने में एक और शिकायत की गई है। एक महिला ने निजी भूमि को सरकारी बताकर अधिग्रहण करने का आरोप लगाया है। महिला की शिकायत पर विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारी ने तहसीलदार सदर से राजस्व अभिलेखों की जांच कर प्रभावित गाटा की प्रकृति सरकार या निजी के संबंध में रिपोर्ट मांगी है।
विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारी (संयुक्त-संगठन) की ओर से 18 फरवरी को तहसीलदार सदर को जांच करने के संबंध में पत्र भेजा गया। पत्र के मुताबिक नीलम मिश्रा पत्नी राममूर्ति मिश्रा निवासी नई काॅलाेनी बिलपुर, फतेहगंज पूर्वी ने प्रार्थनापत्र दिया कि गाटा संख्या 380, ग्राम बेहटी देह जागीर में 106.18 वर्ग मीटर भूमि की बजरिये बैनामा 6 मार्च, 2020 को वही संख्या एक जिल्द 12089 पृष्ठ संख्या 227 से 258 तक क्रमांक 2682 से खरीद की थी। विधि अनुसार दाखिल खारिज होकर प्रार्थिनी का नाम खतौनी फसली वर्ष 1426-1431 में दर्ज है।
यह भूमि बरेली रिंग रोड राष्ट्रीय राजमार्ग के अंतर्गत अधिग्रहित कर ली गई है, जिसमें प्रार्थिनी की भूमि का गजट सरकारी नंबर का कर दिया गया है, जबकि प्रार्थिनी का निजी नंबर है। यह भूमि उसने खरीदी है और यह सरकारी भूमि नहीं है। प्रार्थिनी ने जांच कराने की मांग की है। तहसीलदार सदर से कहा है कि प्रश्नगत परियोजना के निर्माण के लिए ग्राम बेहटी देह जागीर के अर्जन से प्रभावित गाटे की प्रकृति के संबंध में राजस्व अभिलेखों के अनुसार जांच कर रिपोर्ट विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारी कार्यालय को उपलब्ध कराएं।
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