पीलीभीत: अधिकारी भी हैरान...आठ घंटे में 500 से ज्यादा ठगी के शिकार लगाने पहुंचे गुहार

Amrit Vichar Network
Published By Pradeep Kumar
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पूरनपुर, अमृत विचार। विदेश भेजने के नाम पर ठगी करने वालों पर शिकंजा कसने को एसपी की अगुवाई में चलाए जा रहे अभियान के दौरान आयोजित किए गए एक दिवसीय शिविर में जिस तरह से भीड़ उमड़ी, उसे देख अफसर भी दंग रह गए। आठ घंटे के भीतर पीलीभीत ही नहीं आसपास के जनपदों से 500 से अधिक फरियादी कोतवाली पूरनपुर पहुंच गए। 100 से अधिक प्रार्थना पत्र पर एफआईआर दर्ज कराई जा रही हैं। तमाम लोगों का पुलिस ने मार्गदर्शन किया। एसपी ने संबधित थाना प्रभारियों को प्राप्त शिकायतों का निस्तारण कराने के निर्देश दिए हैं। वहीं, फरियादी भी शिविर में एसपी की ओर से मिले आश्वासन के बाद संतुष्ट दिखे।

दरअसल पूरनपुर और पंजाब पुलिस से 23 दिसंबर 2024 की सुबह हुई संयुक्त मुठभेड़ में तीन खालिस्तानी आतंकी ढेर कर दिए गए थे। इसकी विवेचना के दौरान सामने आया था कि एनआईए का दस लाख का इनामी अपराधी सिद्धू कोविड के समय पीलीभीत आकर रुका। कुछ लोगों ने रुपये और फर्जी वीजा में विदेश भेजने के लालच में अपने घर में रुकवाया। यह भी सामने आया कि इनामी अपराधी के द्वारा कुछ लोगों को फर्जी वीजा व अन्य दस्तावेज की मदद से विदेश भी भेजा। इसी क्रम में जो पूछताछ चल रही थी, उसमें ये भी सामने आया कि  मझोला, पूरनपुर, अमरिया, पीलीभीत व आसपास के कई आइलेट्स सेंटर के माध्यम से फर्जी मार्कशीट, शोक मनी का इस्तेमाल किया गया। डंकी रूट से भी कई लोगों के बाहर जाने की बात सामने आई। अभी डंकी रूट से जो लोग भारत वापस आए हैं, उनमें पांच लोग यूपी के और समस्त जनपद पीलीभीत से थे। ऐसे में बड़े रैकेट के संचालित होने की आशंका हुई। जोकि देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन सकता है।

किसी भी व्यक्ति को यहां से देश से बाहर भेजा जा सकता है। जिसे गंभीरता से लेते हुए अभियान एसपी अविनाश पांडेय की अगुवाई में शुरू किया गया है। जिसमें अब तक 20 एफआईआर दर्ज कर 12 जालसाजों को जेल भेजा जा चुका है। जिसमें फर्जी वीजा व फर्जी मार्कशीट का खेल भी पकड़ा गया। शिकायतों की संख्या बढ़ने पर सोमवार को एसपी की अगुवाई में एक शिविर लगाया गया। शिविर सुबह दस बजे से शाम छह बजे तक यानि आठ घंटे चला। जिसमें 500 से अधिक फरियादी पहुंचे। 

भीड़ उम्मीद से अधिक हुई। शिकायतें सुनने के लिए तीन कांउटर लगाए गए। इसमें एसओजी इंचार्ज सुनील शर्मा, दूसरे कांउटर पर माधोटांडा इंस्पेक्टर अशोकपाल रहे। इसके अलावा गजरौला, घुंघचाई थाना के प्रभारी भी मौजूद रहे। पीड़ितों की शिकायतों की गंभीरता से जांच कर उनसे रुपये लेनदेन की डिटेल भी ली गई। पीलीभीत के अलावा आसपास के जनपदों से भी लोग पहुंचे। उनको पुलिस की तरफ से विधिक राय भी दी गई। 

लोगों को बताया कि अगर कोई ऐसा व्यक्ति है जिसके साथ अभिलेख के आधार पर धोखाधड़ी हुई है और उसमें सामान्य तहरीर लिखा ली है। वीजा परमिट वगैरह का भी  ऑनलाइन वैरिफिकेशन कराया जाता रहा। एसडीएम अजीत प्रताप सिंह समेत कई प्रशासनिक अधिकारी भी बुलाए गए।  इस दौरान 100 से अधिक मामलों में एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी एसपी के निर्देश पर शुरू करा दी गई , जबकि इतने ही प्रार्थना पत्र पर जांच के आदेश कर दिए गए हैं।  फिलहाल शिकायतों की संख्या बढ़ने पर जरूरत पड़ी तो मंगलवार को भी शिविर लगाया जाएगा।

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