इटावा में दरोगा रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार, एंटी करप्शन की टीम ने रंगे हाथों दबोचा, मुकदमे से नाम हटाने के लिए मांगे थे 50 हजार
इटावा, अमृत विचार। मारपीट के मामले में नाम हटाने के एवज में चौकी इंचार्ज हनुमंतपुरा ने सवा लाख रुपये की मांग की। सौदा पचास हजार में तय हुआ। पीड़ित ने एंटी करप्शन टीम से शिकायत कर दी।सोमवार को एंटी करप्शन टीम ने चौकी इंचार्ज कपिल भारती को पुलिस चौकी हनुमंतपुरा से 50 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों दबोच लिया। पकड़े जाने पर दरोगा ने धक्का देकर भागने का प्रयास किया। टीम चौकी इंचार्ज को गाड़ी में डालकर पहले सहसों थाना ले गई। जब वहां कोई नहीं मिला तो बकेवर थाने लाकर दारोगा से पूछताछ की।
सहसों थाना के गांव चंद्रहंसपुरा निवासी अंकित सिंह पुत्र कुंअर सिंह के साथ हनुमंतपुर चौराहे पर एसबीआई बैंक के एटीएम से रुपये निकालने के दौरान 28 फरवरी को कहासुनी के बाद थाना के ही गढ़ीमंगद गांव के कुछ लोगों के द्वारा बाजार में मारपीट कर दी गई थी। पीड़ित की तहरीर के बाद भी पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं किया। पीड़ित के मुताबिक उक्त लोगों से तीन मार्च को सिंडौस रोड पर दोबारा से विवाद हो गया।
जिसमें पुलिस ने हनुमंत पुत्र सूर्य प्रताप की तहरीर पर पीड़ित अंकित व पीड़ित के छोटे भाई पवन पुत्र कुंअर सिंह जो कि हरदोई में पुलिस में सिपाही के पद पर तैनात है, के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया गया। जिसमें चौकी इंचार्ज हनुमंतपुरा कपिल भारती ने जांच शुरू की और आरोप के मुताबिक अंकित के घर पहुंच कर कई बार गाली-गलौज करते हुए घर के पर्दे भी फाड़ दिए। पुलिस की गालियों से तंग आकर अंकित के भाई पवन ने चौकी इंचार्ज से संपर्क साधा, तो चौकी इंचार्ज ने पवन का नाम मुकदमा से निकालने के लिए सवा लाख रुपये की मांग की।
पवन ने कानपुर की एंटी करप्शन टीम के इंस्पेक्टर मृत्युंजय कुमार मिश्र से संपर्क किया और घटना की जानकारी दी। सोमवार सुबह एंटी करप्शन की टीम हनुमंत पुरा चौराहा पहुंची। यहां पीड़ित को बुलाकर पाउडर लगाकर पचास हजार रूपये दिए। जैसे ही पीड़ित ने पचास हजार रूपये चौकी इंचार्ज को दिए। टीम ने रंगे हाथ पकड़ लिया और सहसों थाना लेकर पहुंची। यहां थाने पर कोई न मिलने पर बकेवर थाना लेकर पहुंची। बकेवर थाना में चौकी इंचार्ज से पूछताछ की जा रही है।
