उन्नाव में भ्रष्टाचारियों को दबोचने की हैट्रिक: कृषि रक्षा प्रभारी घूस लेते गिरफ्तार, इस काम के लिए मांगे थे 10 हजार...

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Published By Deepak Shukla
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उन्नाव, अमृत विचार। कृषि संयंत्र में सरकार से मिलने वाली सब्सिडी के लिए सत्यापन करने के एवज में 10 हजार घूस लेते कृषि रक्षा प्रभारी को विजिलेंस टीम ने रंगेहाथ दबोच लिया। टीम उसे पकड़कर लखनऊ ले गई। जहां उस पर रिपोर्ट दर्ज के आगे की कार्रवाई की जा रही है। लगातार तीसरे दिन जिले में हुई कार्रवाई में अब तक शिक्षा विभाग के दो लिपिक व पुलिस विभाग का एक दरोगा सहित एक कृषि रक्षा प्रभारी विजिलेंस व एंटी करप्शन टीम के चंगुल में फंस चुके है। फिर भी सरकारी कार्यालयों से रिश्वतखोरी का मकड़जाल खत्म नहीं हो पा रहा है। 

औरास ब्लॉक क्षेत्र के गेरुवा गांव की प्रधान रोशनी सोनवानी के किसान पति सत्येंद्र कुमार ने कृषि कार्य के लिए ट्रैक्टर में जुताई के लगने वाले रोटावेटर खरीदने में राज्य सरकार से मिलने वाली सब्सिडी के लिए आवेदन किया था। बता दें कि कृषि संयंत्रों की कीमत 1.10 लाख है। जिसे किसान को देना होता है। बाद में सरकार उसमें 42 हजार की धनराशि किसान के खाते में की सब्सिडी के रूप में लौटती है। प्रधानपति ने भी  जनसेवा केंद्र से कृषि विभाग की अधिकृत साइट पर सब्सिडी के ऑनलाइन आवेदन किया था। इसके सत्यापन की जांच ब्लॉक की कृषि रक्षा इकाई में आई थी। आरोप है कि कृषि रक्षा इकाई प्रभारी अजय सिंह ने प्रधान पति से सत्यापन के एवज में 10 हजार रुपए मांगे थे। जिसे उसने देने से मना किया था। बताया जाता है कि रुपये मांगने की वॉयस रिकॉर्डिंग भी है। हालांकि अमृत विचार डॉट कॉम इसकी पुष्टि नहीं करता है। 

बताते हैं कि इससे परेशान होकर सतेंद्र ने लखनऊ के विजिलेंस विभाग में इसकी शिकायत की थी। विभागीय सूत्रों के मुताबिक गोपनीय जांच में मामला सही पाया गया। इसके बाद बुधवार को लखनऊ से आई टीम कृषि रक्षा इकाई कार्यालय के आसपास लग गई। सुनियोजित योजना के तहत घूस के रुपए देने के लिए सतेंद्र को अजय के पास उसके कार्यालय भेजा गया। बताता गया कि कार्यालय के पास ही वह एक कक्ष में खाना खाने गया था। सतेंद्र वहां पहुंचा और जैसे ही रुपए अजय को दिए तो वहां मुस्तैद विजलेंस टीम ने उसे दबोच लिया और गाड़ी में डालकर अपने साथ ले गई। अचानक हुई इस कार्रवाई से हड़कंप मच गया। प्रत्यक्ष दर्शियों के मुताबिक टीम के चंगुल में फंसने के बाद कृषि रक्षा प्रभारी खुद को बेगुनाह बता छोड़ने की गुहार लगा रहा था। वहीं मामले की जानकारी होते ही कार्यालय के कर्मी इधर-उधर हो गए। विजिलेंस की ओर से जारी सूचना में कृषि रक्षा प्रभारी औरास को पकड़े जाने की पुष्टि करते हुए उस पर लखनऊ स्थित विजिलेंस थाने में रिपोर्ट दर्ज करने की जानकारी दी गई है।

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