पीलीभीत में यूपी बोर्ड की कॉपियों का मूल्यांकन 19 मार्च से शुरू, 1021 परीक्षक करेंगे जांच
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पीलीभीत, अमृत विचार: यूपी बोर्ड की परीक्षा समाप्त होने के बाद कॉपियों के मूल्यांकन की तैयारियां शुरु कर दी गई हैं। बोर्ड की ओर से 19 मार्च से मूल्यांकन कार्य शुरू कराया जाएगा। जनपद में 218660 कॉपियों का मूल्यांकन होगा, जोकि प्रदेश के विभिन्न जिलों की होंगी। जिले में दो केंद्र बनाए गए हैं। जिसमें 1021 परीक्षक और 105 डीएचई की ड्यूटी लगाई गई है। सभी को ऑनलाइन कार्ड जारी किया गया है।
बता दें कि यूपी बोर्ड की परीक्षा 24 फरवरी से शुरु हुई थी। इस बार 42580 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं। इनमें हाईस्कूल में 22760 और इंटरमीडिएट में 19820 शामिल थे। परीक्षा को संपन्न कराने के लिए 70 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। परीक्षा को सकुशल और नकलविहीन संपन्न कराई गई। परीक्षा निपटने के बाद जिले की कॉपियों को बोर्ड को भेजा गया है। ताकि मूल्यांकन कार्य शुरू हो सके।
अब बोर्ड की ओर से इन कॉपियों को जांचने के लिए जिला अलॉट किया गया है। इधर, जिले में भी मूल्यांकन के लिए दो केंद्र बनाए गए हैं। जिसमें एक ड्रमंड राजकीय इंटर कॉलेज और राजकीय बालिका इंटर कॉलेज हैं। यहां जीजीआईसी में हाईस्कूल और ड्रमंड में इंटरमीडिएट की कॉपियों का मूल्यांकन होगा। यह मूल्यांकन 19 मार्च से दो अप्रैल तक चलेगा।
इसको लेकर बोर्ड की ओर से जिले को 218660 कॉपियां अलॉट की गई है। इनमें 93039 इंटरमीडिएट और हाईस्कूल 1,25621 की कॉपियां हैं। जीजीआईसी में मूल्यांकन के लिए 657 परीक्षक और 66 डीएचई की ड्यूटी लगाई है। जिनमें विभिन्न विषय के शिक्षक शामिल है। इंटरमीडिएट में 364 परीक्षक 39 डीएचई लगाए गए हैं। मूल्यांकन कार्य स्कूल के अलग-अलग कमरों में होगा। सभी कमरे में सीसीटीवी व वायस रिकॉर्डर लगे होंगे। साथ ही परीक्षक को मोबाइल ले जाने की अनुमति नहीं होगी।
हाईस्कूल में 50, इंटर में 45 कॉपी प्रतिदिन होंगी चेक
मूल्यांकन के समय शिक्षकों में कॉपी जांचने के लिए होड़ सी रहती है, लेकिन इस बार हर एक दिन शिक्षक हाईस्कूल की 50 व इंटर की 45 कॉपियां ही जांचेगें। मूल्यांकन सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे तक होगा। कोई भी शिक्षक पांच बजे से पहले मूल्यांकन केंद्र नहीं छोड़ेगा।
डीआईओएस केंद्र में कॉपियां का रेंडम निरीक्षण भी करेंगे। अगर लापरवाही मिली तो कार्रवाई की जाएगी। साथ ही ड्यूटी में लगाए गए परीक्षक और डीएचई का परिचय पत्र ऑनलाइन जारी किया जा रहा है। मूल्यांकन केंद्र में बाहरी लोगों को प्रवेश वर्जित रहेगा।
19 मार्च से दो अप्रैल तक कॉपियां जांची जाएंगी। इसको लेकर 18 मार्च को परीक्षक और डीएचई को प्रशिक्षण दिया जाएगा। मूल्यांकन के पहले दिन डीएचई कॉपियां जांचेंगे। इस दौरान किसी भी परीक्षक को मोबाइल ले जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसके अलावा मूल्यांकन कार्य भी बोर्ड परीक्षा की तरह कंट्रोल रूम से चेक किया जाएगा। ताकि कोई गड़बड़ी न होने पाए। - डॉ. अचल कुमार मिश्र, डीआईओएस
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