बाराबंकी: विकास या मजाक! बिना अनुमति खोद डाला नाला, घरों में घुसा पानी...ग्राम प्रधान ने की पुलिस से शिकायत
बाराबंकी, अमृत विचार। बेतरतीब और मनमाने विकास का इससे बेहतर उदाहरण शायद ही कहीं मिले। ग्राम पंचायत की अनुमति ली और न ही लोक निर्माण विभाग की, बस जेसीबी लेकर ठेकेदार पहुंचा और जिला पंचायत सदस्य के प्रस्ताव का हवाला देते हुए लंबा नाला खोद डाला। स्थानीय लोगों के सामने मुसीबत तो तब खड़ी हुई जब कुछ देर की बारिश के बाद हुए जलभराव के कारण पानी घरों में घुस गया। गुस्से से भरे लोग पूरा दिन घर का पानी निकालते रहे। सबसे मजे की बात यह है कि पीडब्ल्यूडी पहले ही यहां फोरलेन निर्माण में नाला निर्माण का प्रस्ताव भेज चुका है।
यह मामला है ग्राम पंचायत ढकौली अंतर्गत मोहल्ला अशोकनगर का, जो देवा रोड पर सूत मिल तिराहे से जहांगीराबाद मार्ग पर बसा हुआ है। हुआ यह कि करीब एक माह पूर्व जेसीबी लेकर एक ठेकेदार मजदूरों के साथ पहुंचा और सड़क किनारे गहरा गड्ढा खुदवाना शुरू कर दिया। आमजन तब नाला निर्माण की बात सुनकर संतुष्ट हुए। लंबा नाला खुदने के बाद ठेकेदार गायब हो गया, इसी बीच मौसम बदला और बारिश हो गई। बारिश के पानी से भरे गड्ढों का गंदा पानी घरों में जा घुसा। लोग विकास के नाम पर इस मजाक से बिलबिला उठे, पूरे दिन वे लोग घरों से पानी निकालते रहे।
बात ग्राम प्रधान अंजै मिश्रा तक पहुंची तो उन्होंने ठेकेदार जियाउद्दीन को तलब किया, उसने बताया कि जिला पंचायत सदस्य डा अवधेश वर्मा के प्रस्ताव पर स्वीकृति के बाद यह कार्य हो रहा है जबकि वह ग्राम पंचायत व लोक निर्माण विभाग की अनुमति लेने के सवाल पर बगलें झांकने लगा। ग्राम प्रधान ने पुलिस से इस मामले की लिखित शिकायत की। हड़बड़ाए ठेकेदार ने गड्ढे पाटने शुरू कर दिए, हालांकि यह कार्य भी अधूरा छोड़ दिया गया। इसी बीच पीडब्ल्यूडी विभाग के अभियंता मौके पर पहुंचे और निर्माण पर आपत्ति जताते हुए काम रुकवा दिया।
काम गलत हुआ, बननी है फोरलेन
लोक निर्माण विभाग खंड तीन के सहायक अभियंता अशोक कुमार ने बताया कि बिना अनुमति के गलत ढंग से काम किया गया। विभाग फोरलेन के निर्माण का प्रस्ताव पहले ही भेज चुका है, जिसमें दोनों ओर नाला निर्माण भी शामिल है। मौके पर काम रुकवा दिया गया है।
ग्राम प्रधान ने पुलिस से की शिकायत
ग्राम पंचायत ढकौली के प्रधान अंजै मिश्र ने इस मामले में पुलिस से लिखित शिकायत की है। उन्होंने बताया कि डीडीसी ने प्रस्ताव किया था पर बिना ग्राम पंचायत व पीडब्ल्यूडी की अनुमति के ठेकेदार ने काम शुरू कर दिया, जो गलत है। पुलिस इस मामले में ठेकेदार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करे।
अनुमति लेना ठेकेदार की जिम्मेदारी
जिला पंचायत सदस्य डा अवधेश वर्मा ने माना कि उन्होंने स्थानीय लोगों की मांग पर नाली निर्माण का प्रस्ताव किया था पर अनुमति के बिना काम शुरू करने की उन्हें जानकारी नहीं थी। पीडब्ल्यूडी ने भी काम करने से मना किया था। हालांकि यह भी कहा कि नाली निर्माण की मांग ग्राम प्रधान की ओर से की गई थी।
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