One day workshops and seminars : किसानों को डायरेक्ट सीडेड राइस तकनीक के बताये फायदे

One day workshops and seminars : किसानों को डायरेक्ट सीडेड राइस तकनीक के बताये फायदे

कृषि विज्ञान केंद्र हैदरगढ़ पर आयोजित हुई वर्कशॉप व सेमिनार

अमृत विचार : कृषि विज्ञान केंद्र हैदरगढ़ में गुरुवार को डायरेक्ट सीडेड राइस पर एक दिवसीय वर्कशॉप और सेमिनार आयोजित किया गया। कार्यक्रम में किसानों को धान की सीधी बुवाई के फायदे और इसकी विधि की जानकारी दी गई। आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के निदेशक प्रसार डॉ. राम बटुक सिंह ने मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।

उन्होंने किसानों से जलवायु परिवर्तन को देखते हुए सीधी बुवाई पद्धति अपनाने का आग्रह किया। केवीके प्रमुख डॉ. अश्वनी ने डीएसआर प्रोजेक्ट की जानकारी दी। वर्ल्ड बैंक प्रायोजित यूपी प्रगति एक्सलेटर के प्रतिनिधि भी कार्यक्रम में मौजूद रहे। जैन इरिगेशन के डॉ. ए.के. भारद्वाज ने सीधी बुवाई के लिए आवश्यक उपकरणों की जानकारी साझा की। कार्यक्रम में सवाना सीड, बायर, किसान क्रॉप, अंकुर सीड समेत कई कृषि कंपनियों ने अपने उत्पादों का प्रदर्शन किया। डॉ. भाष्कर प्रताप सिंह, डॉ. रूपम रघुवंशी, डॉ. रिंकी चौहान सहित कई कृषि वैज्ञानिक मौजूद रहे। कार्यक्रम में बाराबंकी के प्रगतिशील किसान बृजेश त्रिपाठी, पुष्पेंद्र मिश्रा, मंशाराम यादव समेत करीब 125 किसान और कृषक महिलाओं ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम का उद्देश्य किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों से अवगत कराना था।

मनरेगा विकास कार्यों का डीसी मनरेगा ने किया निरीक्षण

मनरेगा

महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के तहत चल रहे विकास कार्यों का निरीक्षण किया गया। डीसी मनरेगा बृजेश त्रिपाठी ने हरख ब्लॉक की कई ग्राम पंचायतों का दौरा किया। उन्होंने मानपुर, गाल्हामऊ, बोजा, जैनाबाद, टेरा और भगवानपुर में चल रहे कार्यों की समीक्षा की। डीसी ने अधिकारियों और पंचायत प्रतिनिधियों को महत्वपूर्ण निर्देश दिए। कार्यस्थलों पर साफ-सफाई, श्रमिकों की उपस्थिति और कार्य की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने को कहा। बोजा खेल मैदान में सीसीटीवी कैमरा लगाने के निर्देश दिए गए।

श्रमिकों को समय पर भुगतान करने और विकास कार्यों में पारदर्शिता लाने पर जोर दिया गया। डीसी ने श्रमिकों से बातचीत कर उनकी समस्याएं भी जानीं। कार्यस्थलों पर एस्टीमेट सिलापट नहीं मिलने पर डीसी ने नाराजगी व्यक्त की। इस दौरान बीडीओ हरख प्रीति वर्मा, पंचायत सचिव आकाश पटेल, अवनीश तिवारी, अटल बिहारी मिश्रा, बीना सिंह, तकनीकी सहायक आफताब आलम और ग्राम प्रधान मौजूद रहे।

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