कासगंज : चोटी बेधक कीट से फीकी हो सकती है गन्ने की मिठास, गन्ने में लगा रोग

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Published By Pradeep Kumar
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गन्ना विभाग ने किसानों को दी सलाह, बरतें सावधानी

कासगंज, अमृत विचार। जिले में पहले ही गन्ने की खेती के प्रति किसानों का रुझान कम हो रहा है। इस बीच चोटी बेधक कीट भी गन्ने की मिठास को फीका कर रहा है। गन्ने में रोग लग चुका है। विभाग के अधिकारी गांव –गांव पहुंच रहे हैं। किसानों को सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं।

गन्ने की फसल पर चोटी बेधक कीट का हमला हुआ है। यह कीट गन्ने की पत्ती की निचली सतह पर बैठकर फसल को नुकसान पहुंचा रही है। इससे किसानों की चिंता बढ़ गई है। लगातार बढ़ती गर्मी में कीट लगने से गन्ने की पैदावार पर भी असर पड़ सकता है। जिले में पेराई सत्र 2024 के लिए जिले के किसानों ने फरवरी माह से गन्ने की बुवाई की थी। इस बार फसल पर अभी से चोटी बेधक (टॉप बोरर) कीट ने हमला कर दिया है। गन्ने की प्रथम एवं द्वितीय पीढ़ी से ही कीट का प्रकोप देखा जा रहा है। फसल पर कीट के हमले की जानकारी मिलते ही गन्ना विभाग सतर्क हो गया है। विभाग ने किसानों को जागरूक करना शुरू कर दिया है। ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक खेत सिंह का कहना है कि मौसम में गर्मी बढ़ने से चोटी बेधक कीट लगने का खतरा रहता है। कीट के हमले से गन्ने के पौधे की बढ़वार रुक जाती है। इसका असर पैदावार पर पड़ता है। उन्होंने किसानों को सलाह दी है कि खेत में खड़े गन्ने के पौध में कीटों के अंडे या सुड़ियां दिखाई दें तो उससे प्रभावित पत्तियों को तोड़ कर नष्ट कर दें। इससे इस कीट की कीट गन्ने के पौधे की गोफ में नहीं घुस सकें तथा अगली पीढ़ी से होने वाले नुकसान से बचा जा सके।

आंकड़े की नजर से
9,000 हेक्टेयर क्षेत्र में होता है गन्ना
40 प्रतिशत इमिडाक्लोप्रिड रसायन को मिला करें छिड़काव

चोटी बेधक कीट का खतरा बढ़ गया है। किसान सावधानी बरतें। गन्ना विशेषज्ञों से सलाह लेकर गन्ने की फसल को बचाव और पैदावार बढ़ाए। - ओमप्रकाश सिंह, जिला गन्ना अधिकारी

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