छह घंटे तक भटकते रहे TB रोगी के परिजन..., ट्रॉमा और टीबी अस्पताल में नहीं मिला इलाज
बलरामपुर अस्पताल में कराया भर्ती
लखनऊ, अमृत विचार: गोंडा से गंभीर हालत में लाई गई मरीज को केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर और ठाकुरगंज टीबी संयुक्त चिकित्सालय में इलाज नहीं मिल सका। एंबुलेंस में ऑक्सीजन सपोर्ट पर परिजन मरीज को लेकर एक से दूसरे अस्पताल भटकते रहे। करीब 6 घंटे बाद उसे बलरामपुर अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती किया जा सका। युवती की हालत नाजुक बनी हुई है।
गोंडा निवासी टीबी से ग्रसित युवती को परिजन सोमवार सुबह गोंडा के जिला अस्पताल ले गए। हालत गंभीर होने पर उसे केजीएमयू रेफर कर दिया गया। परिजनों के मुताबिक सुबह करीब 9 बजे वह मरीज ज्योति को लेकर केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर पहुंचे। वहां काफी देर तक इंतजार के बाद जूनियर डॉक्टरों ने ऑक्सीजन पॉइंट खाली न होने की जानकारी दी। इसके साथ ही मरीज को ठाकुरगंज संयुक्त चिकित्सालय रेफर कर दिया।
परिजन एंबुलेंस से ठाकुरगंज अस्पताल ले गए। वहां के डॉक्टरों ने आईसीयू की जरूरत बताकर बलरामपुर अस्पताल रेफर कर दिया। दोपहर करीब 2 बजे परिजन मरीज को लेकर बलरामपुर अस्पताल पहुंचे। मरीज की गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने इमरजेंसी में भर्ती कर लिया। मरीज अभी ऑक्सीजन सपोर्ट पर है। ट्रॉमा सेंटर प्रभारी डॉ. प्रेमराज का कहना है कि मरीजों का दबाव अधिक रहता है, कोशिश रहती है कि किसी भी मरीज को बिना इलाज के लौटाया न जाए। गोंडा की मरीज को लौटने की क्या वजह रही इसकी जांच कराई जाएगी।
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