सरकारी स्कूलों को ही पीएम-श्री स्कूल के रूप में किया जाएगा विकसित, बदलावों के बाद बढाई जाएगी संख्या
लखनऊ, अमृत विचार : पहले से संचालित सरकारी स्कूलों को ही पीएम-श्री स्कूल के रूप में विकसित किया जाएगा। शिक्षा विभाग पीएम-श्री स्कूलों के जरिये स्कूली शिक्षा में दिख रहे बदलावों के बाद इनकी संख्या बढ़ाने की तैयारी कर रहा है। वहीं शिक्षा मंत्रालय ने राज्यों के रुझान को देखते हुए इस दिशा में पहल तेज कर दी है।
माना जा रहा है कि इस वर्ष के अंत तक प्रदेश में ऐसे और स्कूलों को खोलने का एलान किया जा सकता है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के अनुसार यह स्कूल ऐसा होना चाहिए, जिसमें बच्चों के लिए खेलकूद स्मार्ट क्लास रूम, पुस्तकालय, प्रयोगशाला, कला-संगीत आदि व्यवस्थाएं हों। मौजूदा समय में तमिलनाडु, केरल और बंगाल को छोड़ दें, तो सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रत्येक ब्लाक में दो पीएम-श्री स्कूल विकसित किए गए हैं।
खास बात यह है कि ये नए स्कूल नहीं हैं, बल्कि पहले संचालित सरकारी स्कूलों को ही पीएम-श्री स्कूल के रूप में विकसित किया गया है। महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने बताया कि पीएम श्री स्कूलों जैसे और स्कूल बढ़ने से शिक्षा में गुणात्मक सुधार आएंगे। इस वर्ष कई अन्य विद्यालयों को पीएम श्री स्कूलों की तर्ज पर ही विकसित किया जाएगा।
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