राष्ट्रीय नर्सिंग सम्मेलन में डिप्टी सीएम बोले- हर परिस्थिति में मरीज का साथ देती हैं नर्स, योगदान को नहीं भुला सकते
लखनऊ, अमृत विचार। किसी भी चिकित्सा संस्थान को सफल बनाने में चिकित्सकों का जितना योगदान होता है, उतना ही नर्सों का भी होता है। नर्सेस किसी भी मरीज को देखभाल अपने पारिवारिक सदस्य की तरह करती हैं। कुशल नर्सेस के बिना कोई भी चिकित्सा संस्थान लंबे समय तक काम नहीं कर सकता। नर्सेस चिकित्सा जगत की रीढ़ की हड्डी हैं। यह कहना है डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक का। वे रविवार को नेशनल कॉन्फ्रेंस ऑन नर्सिंग लीडरशिप एंड एक्सीलेंस- 2025 विषय पर आयोजित राष्ट्रीय नर्सिंग सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने देश भर से आईं नर्सेज का स्वागत किया और आयोजकों का आभार जताया।
किंग जॉर्ज मेडिकल विश्विवद्यालय स्थित अटल बिहारी वाजपेयी कन्वेंशन सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि इतिहास गवाह है कि नर्सेज ने किसी भी परिस्थिति में मरीजों का साथ नहीं छोड़ा। फिर चाहे वे युद्ध हो या महामारी। नर्सेज के अतुल्यनीय योगदान को भुलाया नहीं जा सकाता। उन्होंने कहा कि जिस तरह से चिकित्सा जगत चिकित्सकों के बिना अधूरा है, वैसे ही नर्सेज के बिना भी चिकित्सा संभव नहीं है। चिकित्सक मरीज की बीमारी का पता लगाते हैं, उनका उपचार करते हैं लेकिन देखभाल नर्सेस करती हैं। मरीजों को पूर्ण रूप से स्वास्थ करा कर घर भेजने का काम नर्सेज का ही होता है।

उन्होंने कहा कि चिकित्सा जगत में नर्सेस सर्वोच्च पायदान पर खड़ी हैं। किसी भी अस्पताल या चिकित्सा संस्थान की सफलता नर्सेस द्वारा ही तय की जाती है। चिकित्सक समय-समय पर मरीज को देखने आते हैं लेकिन नर्सेस सदैव ही उनकी सेवा करती हैं। उन्होंने नर्सेस के इस सामाजिक योगदान के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार पूर्ण रूप से उनके साथ खड़ी है। किसी भी स्थिति में वे कभी भी उनसे संपर्क कर सकती हैं। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि नर्सेस के लिए उनके घर के दरवाजे हमेशा खुले हैं।

सामाजिक सरोकार से जुड़ी संस्था टिशा केयर्स तथा समर्पण इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग एंड पैरामेडिकल साइंसेज़ के संयुक्त तत्वावधान में अटल बिहारी वाजपेयी साइंटिफिक कन्वेन्शन सेंटर में “नेशनल कॉन्फ्रेंस ऑन नर्सिंग एक्सिलेंस एंड लीडरशिप” शीर्षक से राष्ट्रीय नर्सिंग सम्मेलन आयोजित किया गया था।
दो महान हस्तियों को लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड
राष्ट्रीय स्तर के इस सम्मेलन के आयोजन में ट्रेन्ड नर्सिंग एसोसिएशन ऑफ इंडिया के उत्तर प्रदेश चैप्टर सहयोगी की भूमिका में रहा। क्वालिटी एक्रिडिटेशन ऑफ इंडिया की भूमिका नॉलेज पार्टनर की रही। एडमी ने भी कार्यक्रम में विशेष सहयोग किया। टिशा केयर्स के संस्थापक निदेशक मनीष वैष्णव ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। इस मौक़े पर डॉ. हेम चन्द्रा को “फ़ादर ऑफ हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन (उत्तर प्रदेश व उत्तराखण्ड” शीर्षक से लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड दिया गया। नर्सिंग के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए रिटायर्ड मेजर जनरल सुशीला शाही को लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से नवाज़ा गया। दोनों हस्तियों को यह सम्मान मुख्य अतिथि के हाथों दिया गया।
देशभर से आए विशेषज्ञों के हुए व्याख्यान
राष्ट्रीय स्तर के इस सम्मेलन की शुरुआत वंदना और समर्पण इंस्टीट्यूट की छात्रा प्रतीक्षा ने शास्त्रीय नृत्य की प्रस्तुति से हुई। इस अवसर पर देशभर से आए नर्सिंग विशेषज्ञों ने व्याख्यान दिए। नई दिल्ली से आईं भावना वर्मा, लखनऊ से डॉ. दीप्ति शुक्ला, प्रिसेला फर्नांडिस व डॉ. रश्मि पी. जॉन, मुंबई से डॉ. शुभांगी आर. जाधव, हैदराबाद से डॉ. विन्सी अशोक त्रिभुवन तथा कानपुर से डॉ. जस्मी मनु ने व्याख्यान दिए। प्रोफेसर पिंकी देवी, डॉ. फरहा आज़मी, डॉ. ई.बी. राज, कर्नल जीना, सुमन सिंह, डॉ. श्वेता रानी तथा जस्मी मनु ने अकादमिक सत्रों की अध्यक्षता की।
नर्सिंग राष्ट्रीय सम्मेलन में विजयी छात्र व विशेषज्ञ
प्रश्नोत्तर प्रतियोगिता के जी.एन.एम. ग्रुप में सृष्टि प्रथम, क्रांति यादव द्वितीय और फैज़ान तृतीय स्थान पर रहे। बी.एस.सी. वर्ग में प्रियंका सोलंकी पहले, खुशी सिंह दूसरे और श्रद्धा जोशुआ तीसरे स्थान पर रहीं। पहले, दूसरे और तीसरे स्थान के विजेताओं को क्रमश: 51 हज़ार, 31 हज़ार और 11 हज़ार रुपये के चेक दिए गए। इसके अतिरिक्त दोनों वर्गों में 22-22 छात्रों को चेक दिए गए। पोस्टर प्रतियोगिता में संजु प्रथम, गौरव सिंह द्वितीय और श्रेया शर्मा तृतीय रहीं। पेपर प्रतियोगिता में प्रोफेसर सय्यद सुमैया पहले, कोमल उप्रेती दूसरे और के.ज्योतिश्री तीसरे स्थान पर रहीं।
कार्यक्रम में पूर्व कुलपति, हेमवती नंदन बहुगुणा विश्वविद्यालय डॉ. हेम चंद्रा, राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता रिटायर्ड मेजर जनरल सुशीला शाही, अध्यक्ष, ट्रेंड नर्सिंग एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया, उत्तर प्रदेश चैप्टर कुमुदिनी मिश्रा, संस्थापक, समर्पण ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूट प्रोफेसर आरएस दुबे, प्रबंध निदेशक, एडमी नचिकेता दीक्षित, टिशा केयर्स के संस्थापक निदेशक मनीष वैष्णव, मुशाहिद रफ़त, केजीएमयू के उप नर्सिंग अधीक्षक प्रदीप गंगवार, संकेत बाली, डॉ. बीके राणा और अन्य गणमान्यजन उपस्थित रहे।
