बाराबंकी: लेखपाल आत्महत्या प्रकरण में जोरदार विरोध प्रदर्शन सीएम को भेजा पत्र, उच्चस्तरीय जांच की उठी मांग
बाराबंकी, अमृत विचार। हापुड़ में लेखपाल के जान देने की घटना को लेकर बाराबंकी में सोमवार को विरोध का माहौल रहा। पूरे जिले में तहसीलवार प्रदर्शन करते हुए सीएम से प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच की मांग की गई।
जिला हापुड़ में झूठी शिकायत पर उत्पीड़न से परेशान लेखपाल के आत्महत्या प्रकरण को लेकर चकबंदी लेखपाल व राजस्व लेखपाल संघ के संयुक्त आवाहन पर सोमवार को जिले भर के राजस्व एवं चकबंदी लेखपालों ने विरोध प्रदर्शन किया।
हैदरगढ़ के राजस्व एवं चकबंदी लेखपाल संघ के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन एसडीएम को सौंपा। ज्ञापन में लगतार बढ़ते कार्य के दबाव में भी लेखपालों के प्रति अधिकारियों के व्यवहार पर चिंता चताई। कहा गया कि अधिकारियों के रवैये के चलते हम लोगों के स्वास्थ्य के साथ ही परिवारिक जीवन पर दुष्प्रभाव पड़ रहा है। लेखपाल सुभाष मीणा की मौत के मामले में मुख्यमंत्री से त्वरित उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की गई।
साथ ही आग्रह किया गया कि मृतक के आश्रित को आर्थिक सहायता, योग्यतानुसार सरकारी सेवा में तत्काल नियुक्ति व दोषियों पर कार्यवाई के साथ ही अधिकारियों से अपने अधीनस्थों से सम्मानजनक पेश आने के निर्देश दिए जाएं। चकबंदी सर्किल फतेहपुर के विशुनपुर स्थित कार्यालय में लेखपाल कुंवर आनंद प्रताप सिंह, संजय यादव, इति वैश्य आदि ने प्रदर्शन कर विरोध जताया।
रामसनेहीघाट में प्रदर्शन के दौरान तहसील अध्यक्ष अश्वनी कुमार मिश्रा, वरिष्ठ उपाध्याय अंबुज मिश्रा, मंत्री सेतु बंधु पांडे, कनिष्ठ उपाध्यक्ष अजय दीप सिंह, उप मंत्री डॉ चंद्रभान तिवारी, कोषाध्यक्ष पवन मौर्या, ऑडिटर शिव शंकर गुप्ता सहित अन्य लेखपाल मौजूद रहे।
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