'Welcome back to Earth' अंतरिक्ष मिशन की सफलता पर CM योगी ने दी बधाई, ग्रुप कैप्टन शुभांशु की उपलब्धि को बताया विज्ञान के प्रति संकल्प का गौरवपूर्ण प्रतीक
लखनऊ। एक्सिओम स्पेस 4 (एएक्स-4) की ऐतिहासिक सफलता और धरती पर सफल वापसी पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के लाल ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला और उनकी टीम को बधाई दी है। अंतरिक्ष से लौटे भारतीय पायलट को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के माध्यम से बधाई दी और उनकी उपलब्धि को उत्तर प्रदेश और देश के लिए गौरव का क्षण बताया।
CM योगी ने अपने संदेश में कहा, “वेलकम बैक टू अर्थ।’ ऐतिहासिक एक्सिओम मिशन 4 को सकुशल संपन्न कर सफल वापसी पर ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला व उनकी टीम को हार्दिक बधाई। आपकी उपलब्धि साहस, समर्पण और विज्ञान के प्रति संकल्प का गौरवपूर्ण प्रतीक है। आज हर भारतीय, विशेषकर उत्तर प्रदेश वासी गौरवान्वित है। भारत आपके स्वागत को उत्सुक है।”
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ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला लखनऊ के मूल निवासी हैं। वायुसेना में उनकी सेवाएं उत्कृष्ट रहीं, लेकिन अब उन्होंने अंतरिक्ष अन्वेषण के क्षेत्र में भी भारत का नाम रोशन किया है। एक्स-4 मिशन में भागीदारी कर उन्होंने न केवल भारत, बल्कि उत्तर प्रदेश को भी गर्व से भर दिया है। एक्सिओम स्पेस की यह मिशन सीरीज़ वाणिज्यिक मानव अंतरिक्ष अभियानों का हिस्सा है, जिसमें अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक, पायलट और प्रशिक्षित एस्ट्रोनॉट शामिल होते हैं।
अंतरिक्ष मिशन से जुड़कर बढ़ाया देश का गौरव
इस बार भारत से ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला का चयन होना एक बड़ा मील का पत्थर माना गया। मिशन के दौरान टीम ने अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन पर कई वैज्ञानिक प्रयोगों और तकनीकी परीक्षणों को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। भारत की ओर से इसमें तकनीकी कौशल और वैज्ञानिक सहभागिता की एक नई ऊंचाई देखी गई।
गगनयान मिशन में मिलेगी मदद
इसरो वैज्ञानिक BR गुरुप्रसाद ने कहा है कि ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष से सफल वापसी सिर्फ़ एक निजी उपलब्धि ही नहीं बल्कि गगनयान मिशन की तैयारियों की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। श्री प्रसाद ने कहा कि शुक्ला ने लगभग 60 वैज्ञानिक प्रयोगों में हिस्सा लिया। इनमें से सात प्रयोग भारत से संबंधित थे। ये अंतरिक्ष के क्षेत्र में देश के भविष्य, विशेष रूप से मानव अंतरिक्ष यान परियोजना के लिए भी जानकारी प्रदान करेगें।
इस अंतरिक्ष विज्ञानी ने कहा, "इसमें कोई संदेह नहीं कि शुक्ला का मिशन बेहद फलदायी रहा है।" उन्होंने आगे कहा कि अंतरिक्ष में कक्षा (ऑर्बिट) तर्जुबा, अंतरिक्ष का सफर, अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर रहना, वैज्ञानिक काम करना और सुरक्षित वापसी होना, ये चीजें न केवल दुर्लभ है, बल्कि बेहद उपयोगी भी हैं।"
रिहर्सल की तरह है एक्सिओम-4 मिशन
एक्सिओम-4 मिशन को अब गगनयान मिशन के एक पूर्वाभ्यास के रूप में देखा जा रहा है। इससे भारत को यह मिशन कामयाब बनाने में खासी मदद मिलेगी। इस विशेषज्ञ ने कहा कि एक्सिओम-4 की सफलता और शुक्ला के प्रदर्शन ने पूरे देश में गर्व की भावना जगाई है। "यह सभी 140 करोड़ भारतीयों के लिए अत्यंत संतुष्टि का क्षण है। उनमें से एक होने के नाते, मैं कह सकता हूँ - हमें वास्तव में बहुत गर्व है।
