कानपुर : घर में अकेले युवक ने फंदा लगाकर की आत्महत्या
मंदिर से लौटने पर पत्नी ने फंदे से लटका देखा शव, मची चीख-पुकार
अमृत विचार, कानपुर। पनकी में साइकिल रिपेयरिंग का काम करने वाले युवक ने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मंदिर से लौटी पत्नी ने पति का शव फंदे से लटका देखा तो चीख-पुकार मच गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
मूलरूप से इटावा निवासी 39 वर्षीय आनंद कुमार शर्मा साइकिल रिपेयरिंग का काम करता था। गंगागंज कालोनी में पत्नी आरती और दो बेटियां अनवी व शानवी के साथ रहता था। सावन का महीना होने के कारण गुरुवार सुबह करीब 11 बजे आनंद की पत्नी शिव मंदिर दर्शन करने गई थीं, जबकि दोनों बेटियां स्कूल में थी। आरती जब मंदिर से घर लौटी तो दरवाजा अंदर से बंद मिला। इस पर उसने कई बार पति को आवाज दी, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। न ही दरवाजा खुला।
आवास सुनकर पहुंचे पड़ोसी ने सीढ़ी लगाकर अंदर गए और दरवाजा खोला। आरती जैसे ही कमरे में दाखिल हुई, पति का शव फंदे से लटका देखा। पड़ोसियों की मदद से पति को फंदे से नीचे उतारा और हैलट ले गई, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजन हैलट से शव लेकर घर चले गए। स्वरूपनगर पुलिस ने रोकना चाहा, लेकिन घरवालों ने पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया। घटना की जानकारी होने पर पनकी पुलिस मौके पर पहुंची और जांच-पड़ताल की। स्कूल से लौटी बेटियों ने शव देखा तो रोने-चिल्लाने लगी। पुलिस के अनुसार युवक ने क्यों आत्महत्या की है, इसका कारण पता किया जा रहा है।
रेलवे ट्रैक पर मिला स्पेयर पार्ट्स कारोबारी का शव
गोविंदनगर में गुरुवार सुबह घर से 500 मीटर दूर कानपुर-झांसी रेलवे ट्रैक के किनारे कारोबारी युवक का शव मिला। जेब में मोबाइल से पुलिस ने परिजनों को सूचना दी। एकलौते बेटे की मौत से खबर पर परिजनों में कोहराम मच गया।
दबौली वेस्ट निवासी राधाकृष्ण राजपूत का 27 वर्षीय एकलौता बेटा कुलदीप स्पेयर पार्ट्स का कारोबार करता था। परिवार में तीन बहनें किरन, साधना और खुशबू हैं। बेटे की मौत की सूचना पर मां मिथलेश बेहोश होकर गिर पड़ी। जीजा बलबीर ने बताया कि कुलदीप बुधवार सुबह काम पर निकला था। शाम करीब साढ़े चार बजे उसकी पिता से बात हुई थी। उसने कहा था कि शाम छह बजे तक घर आ जाएगा। इसके बाद वह देर रात तक घर नहीं आया तो परिजनों को चिंता हुई। घरवालों ने उसे फोन मिलाया, लेकिन कॉल जाने के बाद भी उसने फोन नहीं उठाया। जिसके बाद परिजन रात भर उसकी तलाश में जुटे रहे।
इधर से उधर भटकने के बाद जब कोई खबर नहीं मिली तो गोविंदनगर थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। गुरुवार सुबह कुलदीप का शव घर से करीब 500 मीटर दूर कानपुर-झांसी ट्रैक पर पड़ा मिला। कुलदीप के सिर पर चोटों के निशान थे, पुलिस ने मौके पर मौजूद लोगों से शव की शिनाख्त कराई और घरवालों को घटना की जानकारी दी। बेटे की मौत की खबर पर मां-पिता व बहनों में चीख-पुकार मच गई। गोविंदनगर थाना प्रभारी प्रदीप सिंह ने बताया कि परिजनों ने किसी पर कोई आरोप नहीं लगाया है। मौत की वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट से स्पष्ट होगी। मामले की जांच-पड़ताल की जा रही है। पुलिस के अनुसार घरवालों का कहना है कि कुलदीप ट्रैक के किनारे क्यों जाएगा। हालाकि परिजन हादसा नहीं मान रहे हैँ।
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