निजी अस्पताल में बच्चे की मौत पर हंगामा, परिवारजनों का आरोप-स्टाफ ने डॉक्टर से फोन पर दवा पूछ कर किया इलाज

Amrit Vichar Network
Published By Anjali Singh
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लखनऊ, अमृत विचार : पुरनिया बंधा रोड स्थित हर्षा हॉस्पिटल में मंगलवार सुबह मासूम बच्चे की मौत हो गई। परिवारीजनों का आरोप है अस्पताल में कोई डॉक्टर मौजूद नहीं थे। स्टाफ ने डॉक्टर से फोन पर दवा पूछकर बच्चे का इलाज कर रहा था। मौत के डेढ़ घंटे बाद परिवारीजनों को सूचना दी गई। नाराज परिवारीजनों ने हंगामा किया। मामले की सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने आक्रोशित परिवारीजनों को शांत कराया।

सीतापुर के मछरेहटा के रहने वाले इंद्रप्रकाश के बेटे हर्षित (3) को आंत में दिक्कत थी। परिवारीजन इलाज के लिए पहले नजदीकी अस्पताल ले गए। वहां से डॉक्टर ने केजीएमयू ट्रॉमा रेफर कर दिया। सोमवार रात वह बच्चे को लेकर ट्रॉमा गए। वहां पर काफी देर इंतजार बाद भी बेड नहीं मिला। आरोप है अस्पताल के दलाल ने बेहतर इलाज का झांसा देकर हर्षा हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया। 

चाचा सुमित का आरोप है पूरी रात अस्पताल में कोई भी डॉक्टर नहीं थे। मैनेजर व दूसरे स्टाफ डॉक्टर से फोन पर दवा पूछकर बच्चे का इलाज करते रहे। इस दौरान बच्चे की हालत बिगड़ गई। सुबह करीब साढ़े चार बजे बच्चे की मौत हो गई। स्टाफ ने घटना को करीब डेढ़ घंटे तक दबाए रखा। सुबह करीब छह बजे परिवारीजनों को बच्चे के मौत की जानकारी दी गई। 

घटना से नाराज परिवारीजनों ने लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा किया। परिवारीजनों ने सीएमओ से शिकायत करने की बात कही है। सीएमओ डॉ. एनबी सिंह का कहना है अस्पताल की वीडियो फुटेज संग इलाज संबंधित रिकार्ड तलब किया जाएगा। जांच में लापरवाही मिलने पर कार्रवाई की संस्तुति होगी।

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