मां थी या बोझ? तीन लोग ई-रिक्शा से लाए, सड़क किनारे छोड़कर भाग गए : इलाज के दौरान बुजुर्ग की मौत
अमृत विचार, अयोध्या : चेहरे पर झुर्रियां थीं, सांसें डूब रही थीं, और उम्मीदें बाकी थीं...लेकिन जिन हाथों ने शायद कभी सिर पर हाथ रखा होगा, उन्हीं ने उस बुजुर्ग को सड़क किनारे जमीन पर लिटाकर अकेला छोड़ दिया। कोतवाली अयोध्या के दर्शननगर इलाके में बुधवार देर रात एक पुरुष और दो महिलाएं एक बुजुर्ग महिला को ई-रिक्शा से लाए और चुपचाप छोड़कर भाग गए। पुलिस ने उसे अस्पताल पहुंचाया, लेकिन जिंदगी ने शुक्रवार को दम तोड़ दिया।
CTV में कैद हुआ सन्न कर देने वाला दृश्य
मौके पर लगे सीसीटीवी में कैद घटनाक्रम के अनुसार दो महिलाएं व एक पुरुष उक्त बुजुर्ग महिला को ई रिक्शा से नीचे उतारकर जमीन पर लिटाकर जा रहे हैं। सीओ अयोध्या आशुतोष तिवारी ने बताया कि महिला गंभीर रूप से अस्वस्थ थी। उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। बेहोशी के चलते उसका नाम पता आदि नहीं मालूम हो सका है। इलाज के दौरान शुक्रवार को वृद्ध की मौत हो गई। सीसीटीवी में दिख रहीं महिलाएं, पुरुष व ई रिक्शा के नंबर के आधार पर उसे छोड़ने वालों की तलाश की जा रही है। मामला पारिवारिक लग रहा है।
कई सवाल, जिनका जवाब शायद कभी न मिले...
- क्या वो मां थीं?
- क्या उन्होंने अपने बच्चों को कभी गोद में नहीं खिलाया था?
- और अब वही बच्चे... उन्हें सड़क पर क्यों छोड़ गए?
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