ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने खुद उजागर की अपने विभाग की खामियां, कहा... परिणाम भयंकर होंगे
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हस्तक्षेप और चेतावनी के बावजूद बिजली विभाग के अधिकारी संभलने का नाम नहीं ले रहे हैं। आम उपभोक्ता की शिकायतों को गंभीरता से नहीं लेने का एक उदाहरण ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने अपनी एक फेसबुक पोस्ट के जरिये सार्वजनिक किया है।
मंत्री एके शर्मा ने शनिवार आधी रात को फेसबुक पर बिजली उपभोक्ता और बिजली विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के बीच वार्तालाप की आडियो रिकार्डिंग पोस्ट की है और एक बार फिर चेतावनी दी है कि अधिकारी संभल जायें वरना परिणाम भयंकर होंगे।
ऊर्जा मंत्री ने लिखा, “कई बार सांसद रह चुके एक वरिष्ठ राजनेता ने अभी-अभी अपने क्षेत्र से एक पढ़े-लिखे नागरिक की बिजली विभाग के वरिष्ठ अधिकारी के साथ हुई बातचीत का ऑडियो और अपना संदेश मुझे कार्यवाही करने के लिए भेजा है।
यही बात तीन दिन पहले यूपीपीसीएल के चेयरमैन, एमडी और अन्य अधिकारियों को कहा गया था। कड़े शब्दों में यह भी कहा था कि 1912 की टोल फ्री व्यवस्था या अन्य टेक्नोलॉजी आधारित व्यवस्था मानवीय व्यवस्था की पूरक हो सकती है, विकल्प नहीं।”
उन्होने लिखा , “मैंने कहा था कि ऐसे कई गलत, असामयिक और अव्यवहारिक निर्देशों के कारण जनता को परेशानी हो रही है। अधिकारी फोन उठाना बिल्कुल ही बंद कर दिए हैं। तितलौकी थी ही, अब नीम पर चढ़ गई। और अनेक ऐसे गलत निर्णय हमारे बार-बार लिखित या मौखिक रूप से मना करने के बावजूद हुए हैं। सबने मीटिंग में मुझसे असत्य बोला कि 1912 पर ही शिकायत करने के लिए कोई निर्देश नहीं दिया गया है। मुझे उनकी इस बात पर विश्वास नहीं हुआ। मैंने कई बार पूछा। हर बार वही असत्य सुनने को मिला। ”
ऊर्जा मंत्री ने चेतावनी देते हुए कहा “ बिजली के अधिकारियों, कर्मचारियों को एक बार पुनः कह रहा हूँ कि जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझें। उनसे त्वरित और उचित भाषा में संवाद करें और समस्या का निराकरण करें। अन्यथा परिणाम भयंकर होंगे।”
