लोहिया संस्थान : वीआईपी आगमन के लिए कड़े निर्देश जारी, डॉक्टरों को करना होगा यह काम
लखनऊ, अमृत विचार। डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान प्रशासन ने वीआईपी (VIP) आगमन को लेकर नियंत्रण कक्ष में तैनात रेजीडेंट डॉक्टरों के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि मंत्रियों, सीनियर अधिकारियों, शासकीय प्रतिनिधियों और विदेशी मेहमानों के आने पर तत्परता और संवेदनशीलता के साथ जिम्मेदारियां निभाई जाएं। इसके लिए सीएमएस यानी मुख्य चिकित्सा अधीक्षक की तरफ से सभी विभागों को पत्र भी जारी कर दिया गया है।
सीएमएस के निर्देशों के मुताबिक, वीआईपी (VIP) दौरे की सूचना मिलते ही रेजीडेंट डॉक्टर को सीनियर डॉक्टर, विभागाध्यक्ष और वरिष्ठ अधिकारी को इसकी जानकारी देनी होगी। साथ ही चिकित्सा अधीक्षक, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, सहायक सुरक्षा अधिकारी और स्वच्छता निरीक्षक को तुरंत सूचना देना भी अनिवार्य कर दिया गया है। यदि वीआईपी या कोई मरीज चिकित्सा परामर्श के लिए आता है, तो संबंधित विभाग के कॉल-डे रोस्टर के अनुसार संकाय सदस्यों को भी सूचना देनी जरूरी होगी।
बताया जा रहा है कि पत्र में चिकित्सकों को ओपीडी, आपातकालीन इकाई और गहन चिकित्सा इकाई में स्वास्थ सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के साथ-साथ सभी कर्मचारियों को सतर्क रखने का आदेश दिया गया है। वीआईपी के आवागमन मार्ग की साफ-सफाई, प्रकाश व्यवस्था और संकेतकों की स्थिति पर विशेष ध्यान भी डॉक्टर को देना होगा। इसके अलावा आदेश में वीआईपी और उनके प्रतिनिधियों के साथ शिष्टाचारपूर्ण और संस्थान की गरिमा के अनुरूप व्यवहार करने को भी कहा गया है। इस पत्र में सभी अधिकारियों और कर्मचारियों से इन निर्देशों का प्राथमिकता के साथ पालन करने को कहा गया है।
यह आदेश चिकित्सा अधीक्षक, सभी अपर चिकित्सा अधीक्षकों, विभागाध्यक्षों, प्रवक्ता, आकस्मिक चिकित्सा अधिकारियों, सुरक्षा प्रभारी, रेजीडेंट्स, स्वागत अधिकारी और जन संपर्क अधिकारी को भेजा गया है। संस्थान का यह कदम वीआईपी (VIP) दौरे के दौरान व्यवस्था को सुचारू और गरिमापूर्ण बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
