बदायूं: सहसवान में महावा नदी के बांध में पड़ने लगी दरारें...कई गांवों में मंडराने लगा खतरा
बदायूं, अमृत विचार। पहाड़ों पर हो रही बारिश से गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर तक पहुंचा गया है। सहसवान के महावा नदी के बांध को खतरा पैदा हो गया है। बांध में दरारें पड़ने लगी हैं। इससे ग्रामीणों ने खुद ही बांध की मरम्मत करना शुरू कर दी है। बाढ़ खंड नदारद है। इससे ग्रामीणों में भारी रोष है। उसहैत क्षेत्र में बाढ़ ने कहर बरपा दिया है। सड़कों पर पानी भरने से यातायात बंद हो गया है।
पहाड़ों का पानी हरिद्वार और बिजनौर बैराज में आ रहा है। इससे नरौरा बैराज का जलस्तर भी ऊपर उठ रहा है। अधिक पानी होने के कारण गंगा में पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है। गुरुवार को नरौरा बैराज से एक लाख 72 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। पिछले दिन भी डेढ़ लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा गया। यहां गुरुवार को जनपद में प्रवेश कर चुका है। बुधवार की रात को सहसवान की महावा नदी के बांध में दरार आ गई।
दरारों से पानी आने लगा। इससे स्थानीय गांव वीर सहाय नगला में अफरा तफरी मच गई। बाढ़ खंड के अधिकारी नदारद थे। ग्रामीणों ने इसकी सूचना बाढ़ खंड के अबर अभियंता शिवनंदन को दी, लेकिन वह मौके पर नहीं पहुंचे। वीर सहाय नगला, खागी नगला सहित आधा दर्जन गांव बांध के अंदर हैं। यदि बांध कटता तो सभी गांव पानी में समा जाते, लेकिन समय रहते ग्रामीणों ने खुद ही बांध की मरम्मत करना शुरू कर दी। उधर, उसहैत क्षेत्र में बाढ़ का पानी कहर बरपा रहा है। जटा को जाने वाली सड़क पर पानी भर गया है। कई अन्य सड़कों पर दो फीट से अधिक पानी भरा है जिससे आवागमन बंद हैं। बाढ़ खंड ने पानी के अंदर लाल निशान लगाए हैं जिससे लोग इसके अंदर न पहुंच सकें। असमिया रफतपुर इलाके में चार फीट पानी भर गया है। इससे खेतों में खड़ी फसलें पानी में डूब चुकी हैं। कहीं कोई फसल नहीं दिख रही है। बाढ़ खंड ने लोगों को सतर्क कर दिया है। बांध की स्थिति मजबूत है कोई खतरा नहीं है।
डीएम ने बाढ़ संवेदनशील क्षेत्रों का किया निरीक्षण
डीएम अवनीश राय ने गुरुवार को प्रशासनिक व अन्य संबंधित विभागीय अधिकारियों के साथ तहसील सहसवान के ग्राम नगला खागी, ग्राम भमरौलिया व ग्राम गिरधारी नगला का निरीक्षण किया। बाढ़ संवेदनशील क्षेत्रों का निरीक्षण करते हुए ग्राम वासियों को आश्वस्त किया कि उनको किसी प्रकार की परेशानी नहीं होने दी जाएगी। डीएम ने संबंधित चिकित्सकों को निर्देशित किया कि प्रत्येक ग्रामवासी को उचित दवाएं व उपचार उपलब्ध हो यह सुनिश्चित किया जाए। कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया की फसल बीमा कराया जाए।
फसल से हुए नुकसान का आकलन भी कराया जाए। डीएम ने प्रभावित लोगों को खाद्य सामग्री का वितरण कराने के लिए तहसील अधिकारियों व खाद एवं आपूर्ति विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया। एसडीएम सहसवान प्रेमपाल सिंह ने बताया कि ग्राम खागी नगला में 113 परिवार व कुल जनसंख्या 478 है। ग्राम भमरौलिया में 28 परिवार व कुल जनसंख्या 86 है, गिरधारी नगला में 73 परिवार व कुल जनसंख्या 280 है।
उन्होंने कहा कि वह समय-समय पर प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण करते रहे हैं तथा खाद्य सामग्री का वितरण प्राथमिकता पर किया जाएगा। बाढ़ खंड सहायक अभियंता नेशपाल ने बताया कि नरौरा से कई दिनों से एक लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा जा रहा है इसलिए तटवर्ती इलाकों में पानी बढ़ता जा रहा है। उसहैत के जटा और रैपुरा गांव में पानी घुस गया है। कई अन्य गांवों तक पानी पहुंच चुका है। अगले दो दिन तक कुछ और अधिक पानी छोड़े जाने की संभावना है तब लोगों को परेशानी हो सकती है।
