भविष्य की संभावनाओं से परिचित कराएगा AI लैब, भाषा विवि में आर्टिफ़िशियल इंटेलीजेंस वर्कशॉप का आयोजन और  लैब का उद्घाटन

Amrit Vichar Network
Published By Anjali Singh
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लखनऊ, अमृत विचार: ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय लखनऊ में आर्टिफ़िशियल इंटेलीजेंस विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का सफल आयोजन कुलपति प्रो अजय तनेजा की अध्यक्षता में किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य प्रतिभागियों को एआई की नवीनतम तकनीकों, इसके अनुप्रयोगों और भविष्य की संभावनाओं से परिचित कराना था। कार्यशाला के आरम्भ में डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस लैब का उद्घाटन भी मुख्य अतिथि असीम अरुण, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) द्वारा किया गया। 

कार्यशाला की प्रस्तावना अमन मिश्रा ने रखी। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मिलिंद राज, जिनको ड्रोन मेन कहा जाता है ने मशीन लर्निंग, नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग, कंप्यूटर विज़न, और चैटबॉट डेवलपमेंट जैसे विषयों पर विस्तृत जानकारी दी। ड्रोन मेन ने कहा कि आज का दौर जैक ऑफ ऑल एंड मास्टर ऑफ सम का है साथ ही प्रतिभागियों को प्रायोगिक सत्रों के माध्यम से एआई टूल्स और तकनीकों का अनुभव भी कराया गया।

लखनऊ विश्वविद्यालय के कंप्यूटर विज्ञान के अध्यक्ष डॉ. पुनीत मिश्रा ने अपने उद्बोधन में फ़्यूचर ऑफ एआई एंड इंटेलीजेंस इन सोशल वेलफेयर पर पर फोकस किया। निदेशक समाज कल्याण ने कहा कि मशीन लर्निंग, डीप लर्निंग, नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग और डेटा एनालिटिक्स जैसे विषयों पर विस्तार से और अधिक चर्चा करने की आवश्यकता है। ध्रुव पंडित ने प्रतिभागियों को प्रायोगिक सत्र के माध्यम से चैटबॉट विकास, इमेज रिकग्निशन और डेटा प्रेडिक्शन के उदाहरण के माध्यम से अवगत कराया। 

साथ विश्वविद्यालय के साथ एमओयू भी साइन किया गया। कार्यशाला के उद्घाटन सत्र के कार्यक्रम में समाज कल्याण विभाग के सभी अधिकारी और भाषा विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. महेश कुमार, वित्त अधिकारी साजिद आज़मी, प्रो. चन्दना डे, प्रो सौबान सईद, प्रो. तनवीर खदीजा, डॉ. राजेंद्र त्रिपाठी, डॉ. ममता शुक्ला, डॉ. मनीष कुमार, डॉ. सुमन मिश्रा और डॉ. राजकुमार सहित विश्वविद्यालय के सभी शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित रहे।

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