आपरेशन शिकंजा: छात्रवृत्ति घोटाले में EOW ने की 50वीं गिरफ्तारी, कंप्यूटर ऑपरेटर को दबोचा
लखनऊ, अमृत विचार। आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन (ईओडब्ल्यू) ने ऑपरेशन शिकंजा के तहत 50वीं गिरफ्तारी शनिवार को की। गिरफ्तार कंप्यूटर ऑपरेटर नोएडा में हुए पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग द्वारा दी जाने वाली 11.33 करोड़ की छात्रवृत्ति घोटाले का आरोपी है। उसके खिलाफ 2014 में नोएडा के सूरजपुर थाने में एफआईआर दर्ज थी।
इस मामले में कुल 34 आरोपी थे। जिनमें एक की मौत हो गई थी। वहीं, 24 आरोपी गिरफ्तार किये जा चुके हैं। 9 की तलाश की जा रही है। ईओडब्ल्यू अधिकारी के मुताबिक, पकड़ा गया आरोपी चंद्रमणि सिंह लखनऊ में चिनहट के पूर्वांचल एन्क्लेव सिमरा में रहता है। वह पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी गौतमबुद्धनगर कार्यालय में कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर तैनात था। ईओडब्ल्यू अधिकारी के मुताबिक, वर्ष 2012-13 में दशमोत्तर छात्रवृत्ति एवं शुल्क प्रतिपूर्ति योजना के तहत 11,33,16,610 रुपये वितरित किये जाने थे।
बैंक अधिकारियों से मिलीभगत कर फर्जी खाते खोलकर अपात्र लोगों को रुपये बांट दिये गये। जांच में सामने आया कि यह खेल दो सरकारी कर्मचारी व 32 अन्य लोगों ने मिलकर किया है। जांच के दौरान एक सरकारी कर्मचारी की मौत हो गई।
वहीं दूसरे के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी गई है। कुल 23 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। 10 फरार चल रहे थे। आपरेशन शिकंजा के तहत मूलत: सोनभद्र के एटीपी कालोनी निवासी चंद्रमणि सिंह को शनिवार को चिनहट से गिरफ्तार किया गया। इस मामले में अभी नौ आरोपियों की तलाश ईओडब्ल्यू की टीम कर रही है।
