चौथी से नहीं लौटी पत्नी, युवक ने बात करते हुए दी जान, परिजनों ने आत्महत्या की खबर दी तो कहा तेरहवीं पर आ जाएंगे 

Amrit Vichar Network
Published By Virendra Pandey
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कानपुर, अमृत विचार। चौथी पर मायके गई नवविवाहिता नहीं लौटी। पति ने फोन करके आने को कहा तो फिर टरकाने लगी। बदनामी व नाराजगी में युवक ने पत्नी से फोन पर बात करते हुए गले में फांसी का फंदा कसकर जान दे दी। परिजनों ने जब घटना की जानकारी पत्नी को दी तो उसने कहा कि तेहरवीं की तारीख बता देना, हम आ जाएंगे। युवक के अंतिम संस्कार में भी शामिल होने नहीं आई। 

कैंट के संजयनगर खलवा निवासी 28 वर्षीय विजय मेस्टन रोड स्थित कपड़े की दुकान में नौकरी करता था। परिवार मे बड़ा भाई सूरज और छोटा विजय है। चचेरे भाई सत्यवीर ने बताया कि डेढ़ माह पहले विजय की शादी आजमगढ़ के मालिकपुर की शालू से हुई थी। 21 जुलाई को शालू चौथी पर विदा होकर गई थी। उसके बाद नहीं आई। दिल्ली में नौकरी करने वाला विजय ने बताया कि भाई ने कई बार भाभी को फोन करके आने को कहा, लेकिन वह हर बार मना करती रही। बीती 27 अगस्त की शाम सूरज की पत्नी कंचन अपने बेटे को डॉक्टर के पास ले गई थीं। वहां से वह अपने मायके ग्वालटोली चली गई। इस बीच विजय घर पर अकेल थे। तभी उसने शालू को फोन करके फिर घर आने को कहा, लेकिन उसने टरका दिया। विजय ने कहा अगर नहीं आई तो जिंदा नहीं पाओगी। उसके बाद भी आने से मना कर दिया। इस पर पत्नी से फोन पर बात करते हुए विजय ने फांसी लगा ली।

कंचन जब घर लौटी तो विजय का शव फंदे पर लटका पाया। चीख-पुकार मचने पर पड़ोसी पहुंचे और घटना की खबर पुलिस को दी। पुलिस ने फंदे से शव उतरवाया, उस समय विजय के कान में ईयर ब्ड्स लगे थे। पुलिस ने मोबाइल कब्जे में लिया है। परिजनों ने विवाहिता पर प्रेम प्रसंग का आरोप लगाया है। घटना की जानकारी पाकर भी विजय की पत्नी ने आने से मना कर दिया। कहा कि जब तेहरवीं हो बता देना आ जाएंगे।

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