अयोध्या में परिक्रमा के लिए बने 16 उपचार केंद्र.. 50 बेड रिजर्व; तैयारी पूरी इन स्थानों पर पुलिस, एम्बुलेंस रहेगी हर वक्त तैनात
अयोध्या, अमृत विचार: दीपोत्सव की भव्यता के ठीक बाद अब परिक्रमा और कार्तिक पूर्णिमा मेले की तैयारियां जोरों पर हैं। 30 अक्टूबर से 5 नवंबर तक प्रस्तावित 14 कोसी और 5 कोसी परिक्रमा तथा कार्तिक पूर्णिमा स्नान में लाखों श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है। इस दौरान श्रद्धालुओं की सेहत का भी विशेष ख्याल रखा जाएगा।
सीएमओ डॉ सुशील कुमार बानियान के अनुसार उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राममणि शुक्ला को नोडल अधिकारी नामित किया गया है। स्थाई चिकित्सा व्यवस्था के तहत स्वशासी राजर्षि दशरथ मेडिकल कॉलेज दर्शन नगर में 20 बेड, जिला चिकित्सालय अयोध्या (पुरुष) में 20 बेड और श्रीराम चिकित्सालय अयोध्या में 10 बेड आरक्षित किए हैं। पूरे मेला क्षेत्र में 11 एम्बुलेंस की व्यवस्था की गई है, जो निर्धारित स्थानों पर तैनात रहेंगी।
14 कोसी परिक्रमा के लिए 16 स्थानों पर अस्थाई प्राथमिक उपचार केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं, जिनमें श्रीराम जन्मभूमि निकास द्वार, हनुमानगढ़ी मंदिर, पक्का घाट (10 बेड का अस्थाई चिकित्सालय), हनुमानगुफा, मौनीबाना, हलकारा का पुरवा, दर्शननगर, अचारी का सगरा, जनौरा (अंडर पास के पास), सहादतगंज, हनुमानगढ़ी, गुप्तार घाट, अफीमकोठी, अमानीगंज (अशोका द्विवेदी के घर के सामने), ब्रह्मकुंड गुरुद्वारा और झुनकी घाट शामिल हैं।
इसी प्रकार 5 कोसी परिक्रमा के लिए 11 केंद्र बनाए गए हैं। 14 कोसी परिक्रमा के लिए 11 एम्बुलेंस तैनात होंगी। मलेरिया व डेंगू जैसी बीमारियों से बचाव के लिए अयोध्या नगर निगम क्षेत्र में प्रतिदिन सायं 6 से 8 बजे तक फॉगिंग और नालियों में एंटी-लार्वा का छिड़काव किया जाएगा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुशील कुमार बानियान ने बताया कि सभी चिकित्सालयों में आवश्यक दवाएं, पैरामेडिकल स्टाफ और डॉक्टर उपलब्ध रहेंगे।
पांच जोन व 32 सेक्टरों में बांटा गया 14 कोसी परिक्रमा पथ
परिक्रमा मेले में शांति एवं सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। व्यवस्था ऐसी है कि किसी भी स्थान पर मजिस्ट्रेट और पुलिस अफसर पांच मिनट के अंदर पहुंच सकेंगे। 14 कोसी परिक्रमा को पांच जोन और 32 सेक्टरों में बांटा गया है। मजिस्ट्रेटों के साथ पुलिस अफसरों की तैनाती कर दी गई है। जिलाधिकारी निखिल टी. फुंडे ने अफसरों की तैनाती का आदेश जारी कर दिया है। श्रद्धालुओं के लिहाज से सबसे बड़े मेले में प्रशासनिक तैयारी युद्ध स्तर पर की जा रही है। डीएम ने मेले के दौरान शांति व सुरक्षा को लेकर बड़ी संख्या में मजिस्ट्रेटों की तैनाती की है।
औसतन पांच सौ मीटर पर तैनात रहेंगे मजिस्ट्रेटों के साथ पुलिस अफसर
प्रत्येक मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस अफसरों को तैनात किया गया है। तैनाती 14 कोसी, पंचकोसी और पूर्णमा स्नान को लेकर अलग-अलग की गई है। लगभग 42 किमी लंबी चौदहकोसी परिक्रमा में पांच सुपर जोन, 10 जोन और 32 सेक्टर बनाए गए हैं। प्रत्येक जोन में एक सुपर जोनल के साथ दो जोनल, कई सेक्टर और जगह-जगह स्टेटिक मजिस्ट्रेट लगाए गए हैं। सेक्टरों में भी कई-कई मजिस्ट्रेट लगाए गए हैं। 14 परिक्रमा में लगाए गए मजिस्ट्रेटों की संख्या लगभग 80 है। जोनल मजिस्ट्रेटों के साथ एएसपी रैंक के पुलिस अफसर और सेक्टरों में इंस्पेक्टर रैंक के अफसरों को लगाया गया है।
पंचकोसी परिक्रमा पथ को तीन सुपर जोन, छह जोन और चार सेक्टरों में बांटा गया है। एक-एक सेक्टर में कई-कई मजिस्ट्रेटों की तैनाती की गई है। इसके अलावा पूरे पथ पर 17 स्टेटिक मजिस्ट्रेट लगाए गए हैं। दोनों परिक्रमा के दौरान बड़ी संख्या में मजिस्ट्रेटों और पुलिस अफसरों को आरक्षित में रखा गया है। कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए छह जोन घाट जोन, नागेश्वर नाथ, हनुमानगढ़ी, कनक भवन के अलावा यातायात जोन बनाया गया है। इन प्रमुख मंदिरों में सुपर जोनल, सब जोनल के साथ सेक्टर और स्टेटिक मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं। यातायात व्यवस्था और यातायात जोन की जिम्मेदारी जिम्मेदार प्रशासन के अफसरों के साथ पुलिस के अफसरों को सौंपी गई है। परिक्रमा पथों पर जितनी रेलवे क्रासिंगे हैं उन पर दोनों ओर मजिस्ट्रेटों के साथ पुलिस अफसरों की तैनाती की गई है।
हाॅर्न बजाते गुजरेंगी ट्रेनें
परिक्रमा के दौरान क्रासिंगों पर प्रशासन का खास फोकस है। ट्रेनों के आते समय श्रद्धालुओं को रोकने के लिए बैरियर और रस्से लगाए गए हैं। क्रासिंगों से गुजरते समय ट्रेनें हाॅर्न बजाते हुए निकलेंगी, जिससे किसी हादसे की आशंका न रह जाए। मेला नियंत्रण कक्ष राम की पैड़ी पर सिंचाई विभाग के गेस्ट हाउस में बनाया जाएगा। छह वरिष्ठ अफसरों की तैनाती की जी रही है। इसके अलावा शिफ्टवार ड्यूटी लगाई जा रही है।
कार्तिक पूर्णिमा एवं परिक्रमा मेले को लेकर जिला मजिस्ट्रेटों की तैनाती कर दी गई। इसके साथ ही नागरिक सुविधाओं के साथ अन्य व्यवस्थाएं की जा रही है। संबंधित विभाग तैयारी में लगे हैं।-योगानंद पांडेय, अपर जिलाधिकारी नगर व मेलाधिकारी
भीड़ को लगातार गतिमान रखेंगे सुरक्षा में तैनात कर्मी
परिक्रमा मेले में भीड़ को सुरक्षित और सुव्यवस्थित रखने के लिए विशेष क्राउड मैनेजमेंट प्लान तैयार किया गया है। मुख्य फोकस भीड़ को लगातार गतिमान रखने पर है, ताकि ठहराव से किसी तरह की अफरा-तफरी या दुर्घटना न हो। सुरक्षा में तैनात कर्मी भीड़ को निरंतर आगे बढ़ाते रहेंगे, जिससे परिक्रमा मार्ग पर जाम की स्थिति न बने। मेले के दौरान यदि चलती भीड़ में कोई श्रद्धालु बीमार पड़ता है या अस्वस्थ महसूस करता है तो तत्काल उसे भीड़ से निकालकर किनारे पर लाया जाएगा। इसके लिए विशेष मेडिकल टीमें हर 500 मीटर की दूरी पर तैनात रहेंगी।
परिक्रमा मेला में क्राउड मैनेजमेंट
भीड़ में अचानक स्वास्थ्य समस्या उत्पन्न होने पर तुरंत रिस्पॉन्स समय को कम करने के लिए यह व्यवस्था की गई है। बीमार व्यक्ति को मुख्य मार्ग से हटाकर पास के मेडिकल कैंप में ले जाया जाएगा, जहां प्राथमिक उपचार के बाद जरूरत पड़ने पर अस्पताल रेफर किया जाएगा। क्राउड मैनेजमेंट के तहत परिक्रमा मार्ग को कई जोन में विभाजित किया गया है। प्रत्येक जोन में अलग-अलग एंट्री और एग्जिट पॉइंट्स बनाए गए हैं, ताकि भीड़ एक दिशा में ही बहती रहे। बैरिकेडिंग, साइनेज बोर्ड और लाउडस्पीकर से लगातार निर्देश दिए जाएंगे। सीसीटीवी व ड्रोन कैमरों से निगरानी की जाएगी, जिससे किसी भी ठहराव को तुरंत पहचाना जा सके।
सादे कपड़े में महिला व पुरुष पुलिसकर्मी भीड़ में रहेंगे तैनात
असामाजिक तत्वों से निपटने के लिए खास रणनीति अपनाई गई है। सादे कपड़ों में महिला और पुरुष पुलिसकर्मी भीड़ के अंदर घुल-मिलकर तैनात रहेंगे। ये कर्मी जेबकतरे, छेड़छाड़ करने वाले या किसी तरह की अफवाह फैलाने वालों पर नजर रखेंगे। यदि कोई संदिग्ध गतिविधि दिखी तो तत्काल पुलिस को सूचित कर कार्रवाई की जाएगी। महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर की गई है। आपातकालीन स्थिति के लिए फायर ब्रिगेड, एटीएस व आरएएफ भी अलर्ट पर रहेगी। एसपी सिटी चक्रपाणि त्रिपाठी ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोपरि है। इसके लिए सभी संभव उपाय किए जा रहे हैं। सुरक्षा को लेकर पूरा परिक्रमा पथ पर सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की जाएगी। ड्रोन, सीसीटीवी के माध्यम से पूरे मेला क्षेत्र पर निगरानी की जाएगी।
मेले से पूर्व पूर्ण हों सभी कार्य : मंडलायुक्त
मंडलायुक्त राजेश कुमार, आईजी प्रवीण कुमार, जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे व नगर आयुक्त जयेंद्र कुमार ने शनिवार को परिक्रमा मार्ग का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने सहादतगंज हनुमानगढ़ी, गुप्तार घाट, ककरही बाजार, साकेत सदन, गैस गोदाम, झुनकीघाट, गोलाघाट, नयाघाट, सरयू के पुराने पुल, कारसेवकपुरम, हलकारा का पुरवा, आशिफबाग, सूर्यकुंड, जनौरा, गुलाबनगर व मोदहा ओवर ब्रिज आदि का निरीक्षण कर सफाई व्यवस्था, बैरिकेडिंग, सड़क की स्थिति, प्रकाश व्यवस्था, पेयजल, शौचालय, नाले के ऊपर ढक्कन, मिट्टी व बालू डालने आदि की व्यवस्थाएं परिक्रमा से पहले करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। मंडलायुक्त ने निर्देश दिए कि जहां सड़क टूट-फूट की स्थिति में है, उसे तुरंत ठीक कराया जाए। जहां पर ओवरब्रिज का निर्माण कार्य चल रहा है वहां दोनों तरफ बैरीकेडिंग व लाइट की व्यवस्था की जाए। एडीएम सिटी जिलाधिकारी नगर योगानंद पांडेय, एसपी सिटी चक्रपाणि त्रिपाठी समेत निर्माण खंड व अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
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