कानपुर : हनीट्रैप में फंसाकर कारोबारी से 2.50 करोड़ ठगे, फोटो एडिट कर बदनाम करने की दी धमकी
कानपुर, अमृत विचार। कानपुर के चकेरी में साइबर शातिरों ने कारोबारी को हनीट्रैप में फंसाकर ऑनलाइन 2.50 करोड़ ठग लिए। महिला ने कारोबारी को फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी। इसके बाद निवेश और मोटा मुनाफा कमाने का लालच दिया। कारोबारी को विश्वास में लेकर व्हाट्सएप के माध्यम से बेवसाइट से जोड़ा। फिर निवेश की रकम हड़प ली। कारोबारी ने जब मुनाफा मांगा तो शातिरों ने पीड़ित सहित उसके परिवार की फोटो एडिट कर बदनाम करने की धमकी दी। कारोबारी ने रिपोर्ट दर्ज कराई है।
सफीपुर प्रथम निवासी राहुल केसरवानी का आभूषण का बॉक्स बनाने का कारोबार है। कारोबारी के अनुसार बीती मई माह में उनके पास एक महिला की फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट आई थी। उन्होंने रिक्वेस्ट एक्सेप्ट की, इसके बाद उनसे व्हाट्सएप नंबर मांगा गया। फिर व्हाट्सएप के माध्यम से निवेश के लिए एक वेबसाइट में जोड़ा गया। उन्हें मैसेज कर निवेश के होने वाले मुनाफे के बारे में बताया गया।
कई लोगों के उदाहरण दिए गए, जिन्हें बड़ा लाभ हुआ। विश्वास में लेकर यूपीआई, नेफ्ट, आरटीजीएस समेत अन्य माध्यम से करीब ढाई करोड़ रुपये ठगों ने खाते में जमा कराया। कारोबारी के अनुसार 14 जून से नौ दिसंबर के बीच में उनसे यह सभी रकम जमा कराई गई। राहुल केसरवानी के अनुसार उन्होंने रकम अपनी जमा पूंजी और परिचितों व रिश्तेदारों से उधार लेकर जमा की थी।
उधार ली रकम लोग मांगने भी लगे थे और निवेश को काफी समय भी बीत गया था। इसलिए उन्होंने अपनी रकम व मुनाफा मांगा तो शातिरों ने धमकाना शुरू कर दिया। उनकी व परिवार की एआई से फोटो एडिट कर बदनाम करने की धमकी दी। इस पर उन्हें ठगी का अहसास हुआ और चकेरी थाने में शिकायत की। लेकिन सुनवाई न होने पर उन्होंने पुलिस कमिश्नर रघुबीर लाल से गुहार लगाई। उन्हें पूरी घटना की जानकारी दी। उनके आदेश पर चकेरी थाने में रिपोर्ट दर्ज हुई। थाना प्रभारी अजय प्रकाश मिश्र ने बताया कि आईटी एक्ट की धारा में मुकदमा दर्ज कर साइबर सेल की मदद से आरोपियों की तलाश की जा रही है।
लखनऊ के युवक ने हड़पे 10 लाख रुपये
कानपुर के बाबूपुरवा के बेगमपुरवा निवासी मोहम्मद जावेद ने लखनऊ के रहने वाले परिचित युवक पर 10 लाख रुपये हड़पने का आरोप लगाया है। पीड़ित ने आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। मोहम्मद जावेद के अनुसार आरोपी इंतजार अली लखनऊ के राजाजीपुरम में रहता है। पहले वह बाबूपुरवा में ही रहता था। उसने भरोसे में लेकर जरूरत बताई और रुपये लिए। काफी समय बीतने पर न रुपये लौटाए और न ही फोन का जवाब दिया।
जावेद का आरोप है कि इस बारे में उन्होंने 16 नवंबर को बाबूपुरवा थाने में शिकायत की थी, लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद उसने 18 नवंबर को पुलिस कमिश्नर को प्रार्थना पत्र दिया और आईजीआरएस पोर्टल के माध्यम से भी शिकायत दर्ज कराई। फिर भी कार्रवाई नहीं हुई। फिर उसने डीसीपी साउथ से गुहार लगाई तब जाकर रिपोर्ट दर्ज हुई। थाना प्रभारी अरुण कुमार द्विवेदी ने बताया कि जांच की जा रही है।
