बरेली: भांजी का पति बनकर मामा के खाते से उड़ाए 45 हजार
बरेली, अमृत विचार। भांजी की शादी से तीन दिन पहले उसका पति बनकर मामा के खाते से साइबर ठग ने हजारों रुपये उड़ा लिए। पीड़ित के पास ठग ने तीन बार ऑनलाइन ट्रांजेक्शन ऐप के जरिए लिंक भेजा और तीन बार में हजारों रुपये खाते से गायब कर लिए। युवक ने जब इसकी शिकायत स्थानीय …
बरेली, अमृत विचार। भांजी की शादी से तीन दिन पहले उसका पति बनकर मामा के खाते से साइबर ठग ने हजारों रुपये उड़ा लिए। पीड़ित के पास ठग ने तीन बार ऑनलाइन ट्रांजेक्शन ऐप के जरिए लिंक भेजा और तीन बार में हजारों रुपये खाते से गायब कर लिए। युवक ने जब इसकी शिकायत स्थानीय पुलिस से की तो दरोगा ने उसे थाने से वापस कर दिया। साइबर सेल में शिकायत के बाद शाही पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की।
शाही थाना क्षेत्र के बसावन निवासी दुर्योधन पुत्र रूपराम की गांव में ही किराना दुकान है। उनका खाता शाही स्थित यूको बैंक में है। दुकानदारी के चलते वह ऑनलाइन लेनदेन के लिए फोन पे का भी इस्तेमाल करते हैं। खाते में उनकी बहन कमला के 40 हजार रुपये व उनकी दुकान के 86 हजार रुपये जमा थे। 2 जुलाई को उनकी मौसेरी भांजी गुड़िया की शादी थी। 30 जून को युवक के पास एक फोन आया। व्यक्ति ने खुद को उनकी भांजी का होने वाला पति बताया और कुछ रुपयों की मांग की।
वह पहले न ही कभी भांजी के पति से मिले थे और न ही बात हुई थी। नई रिश्तेदारी की वजह से उन्होंने हामी भर दी। आरोपी ने युवक के फोन पर तीन बार लिंक भेजा और उससे ओटीपी डालने को कहा। तीनों बार में ठग ने 15-15 हजार रुपये खाते से उड़ा लिए। दुर्योधन को जब ठगी का अहसास हुआ तो उसने रुपये वापस मांगे लेकिन तब तक ठग ने फोन कट कर दिया।
हम कुछ नहीं कर सकते, कह कर थाने से दरोगा ने कर दिया था वापस
दुर्योधन ने बताया कि 30 जून को ठगी के बाद 3 जुलाई को वह शाही थाने में शिकायत करने पहुंचे थे। वहां मौजूद एक दरोगा ने शिकायत सुनते ही हाथ खड़े कर दिए। दरोगा ने उन्हें यह कहते हुए वापस कर दिया कि हम इस मामले में कुछ नहीं कर सकते। जिसके बाद उन्होंने साइबर सेल में शिकायत की थी जिसकी वजह से साइबर सेल में जांच-पड़ताल में देरी हुई। साइबर एक्सपर्ट का कहना है कि अगर तीन से चार दिन के अंदर साइबर ठगी की शिकायत कर दी जाए तो खाते से जाने वाली राशि को होल्ड कराया जा सकता है। जिसके बाद पीड़ित को उसके रुपये वापस मिलने की संभावना बढ़ जाती है।