अमेठी: ‘गड्डा मुक्त सड़क’ के दावे को आईना दिखा रहीं हैं ‘गड्ढा युक्त सड़कें’
अमेठी। जिले में ‘गड्ढा मुक्त सड़क’ के दावे हवा हवाई साबित हो रहे हैं। वीआईपी जनपद अमेठी की सड़कें गड्ढा युक्त दिखाई दे रही हैं। जबकि प्रदेश की सत्ता में काबिज होने के बाद योगी सरकार ने सड़कों की मरम्मत पर जोर देते हुए सभी सड़कों को गड्डा मुक्त करने का दावा किया तो वही …
अमेठी। जिले में ‘गड्ढा मुक्त सड़क’ के दावे हवा हवाई साबित हो रहे हैं। वीआईपी जनपद अमेठी की सड़कें गड्ढा युक्त दिखाई दे रही हैं। जबकि प्रदेश की सत्ता में काबिज होने के बाद योगी सरकार ने सड़कों की मरम्मत पर जोर देते हुए सभी सड़कों को गड्डा मुक्त करने का दावा किया तो वही अफरशाही ने फाइलों में सभी सड़कों को गड्डा मुक्त कर दिया, लेकिन इन चार वर्षों में धरातल पर सड़कों की क्या वास्तविकता है, जब सभी सड़कों के हालात देखे गये तो जो तस्वीर सामने आई, उससे सरकारी दावों की पोल खुल गई। गड्ढे में तब्दील सड़कें और सड़कों से उड़ती गिट्टियां शासन के दावों को आईना दिखा रही हैं।
गड्ढे में तब्दील हुई सड़क
सड़कों की वास्तविक दशा को जानने के लिए अमृत विचार ने सबसे पहले जिला मुख्यालय से सटी कई सड़को का जायजा लिया. जहाँ प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोग यात्रा करते हैं. अब यहां की सड़क गड्ढे में तब्दील हो गई है. सड़क पर उखड़ी बड़ी-बड़ी गिट्टियां राहगीरों के लिए मुसीबत बन गई हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि अभी चन्द माह पहले ही इस सड़क की मरम्मत हुई थी, लेकिन काम इतना खराब था कि बनते ही सड़क टूट गई ।
पैचवर्क पर करोड़ो खर्च, लेकिन गड्ढामुक्त नहीं हो सकी सड़के
सड़क सुधार अभियान के तहत बडे़ स्तर पर जिले में सड़कों की मरम्मत का काम किया गया। विभागों ने शासन को सड़कों के चकाचक होने की रिपोर्ट भी भेज दी, लेकिन जल्दबाजी और लापरवाही से की गई मरम्मत की पोल बारिश ने खोल दी। शहर की मुख्य सड़कों के साथ देहात के संपर्क मार्गो पर भी फिर से बडे़ गड्ढे दिखने शुरू हो गए हैं। जिले में सड़कों के रखरखाव की सबसे अधिक जिम्मेदारी लोक निर्माण विभाग के जिम्मे है। मुख्य सड़कों के साथ देहात क्षेत्र में भी विभाग की सैकड़ों सड़कें हैं।
शासन के निर्देश पर विभाग ने अपने हिस्से की बड़ी से लेकर छोटी सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के लिए अभियान चलाया और हर दिन 15 से 20 किलोमीटर सड़क की मरम्मत करने की बात कही गई । ग्रामीण अभियंत्रण विभाग, गन्ना विभाग, मंडी परिषद, प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना, नगर निगम ने भी अपने अधिकार क्षेत्र की सड़कों का मरम्मत का काम पूरा होने की रिपोर्ट शासन को भेज दी। लेकिन पैचवर्क हुई गड्ढा मुक्त सड़कों पर फिर से बडे़ गड्ढे दिखने लगे हैं।
पिछले दिनों हुई हल्की बारिश को भी मरम्मत के बाद चकाचक हुई सड़कें नहीं झेल सकी। शहर और देहात क्षेत्र की मुख्य सड़कों में फिर से बडे़ गडढे हो गए हैं। देहात क्षेत्र की सड़कों की स्थिति अधिक खराब है। मरम्मत के बाद भी जिले की सड़कों की स्थिति भी ज्यादा बेहतर नहीं है। गौरीगंज से लेकर अमेठी ,मुसाफिरखाना, औद्योगिक क्षेत्र जगदीशपुर मे फैक्ट्री होते हुए भी यहां की सड़के काफी बेहद जर्जर और और तालाबनुमा बन चुकी हैं।

खस्ताहाल सडके दे रही बीमारियों को दावत
गड्ढा युक्त सड़कों पर सफर करने से लोगों की हड्डियां कमजोर हो रही हैं और स्लिपडिस्क का खतरा लोगों में बढ़ रहा है। मांसपेशियों में सूजन बढ़ने से लोग कमर दर्द जैसी बीमारी के चपेट में आ रहे हैं। प्रदेश सरकार का सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का अभियान जिले में ज्यादा असरदार नहीं रहा। हाईवे से लेकर दूसरी सड़कें क्षतिग्रस्त हैं। जिसके चलते लोग बीमारी की चपेट में आ रहें हैं।
राष्ट्रीय राजमार्ग 731 इन्हौना से वाया शुक्लबाजार खेममऊ तक तक 14 किमी सड़क की दशा बद से बदतर है। बड़े-बड़े गड्ढों के चलते हाईवे पर चार पहिया व दुपहिया से सफर करना आसान नहीं है। हाईवे से हर दिन नेता से लेकर अधिकारी तक सफर करते हैं। इसके बाद भी लोग इस समस्या को दूर करने का प्रयास तक नहीं कर सके। परिवहन विभाग को भी लोगों ने शिकायतें भेजकर बदहाल हाईवे को दुरुस्त कराने की मांग की, लेकिन साल भर से अधिक समय से दशा सुधर नहीं सकी।
इसी प्रकार रानीगंज से शुक्लबाजार तक की रोड पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। हैदरगढ़ से शिवरतनगंज ,सेमरौता , तिलोई मार्ग की दशा बद से बदतर है हैदरगढ से अहोरवा भवानी रोड करीब सात किमी की सूरत 2014 से बिगड़ी तो अभी तक सुधर नहीं सकी। चिलौली से लेकर सातनपुरवा मार्ग पर चलना दूभर है। इसके अलावा भादर और भेटुआ क्षेत्र में भी सड़कों की दशा बहुत ही खराब है। हजारीगँज से लेकर अँगुरी मार्ग करीब 4 किमी का सफर हिचकोले लेते हुए गुजरता है। कमरौली थाने से पलिया ,महोना मार्ग पांच किमी का रास्ता तय करने में लोगों को अधिक समय लग जाता है।
तिलोई विधायक निवास के रास्ते फूला होते हुए सिंहपुर ब्लॉक तक जाने के लिए 8 किमी रोड पर जगह-जगह गड्ढे हैं। इन्हौंना से महराजगंज मार्ग 18 किमी रोड भी बदहाल हो चुका है। कोची से लेकर बहुवा ,मतेपुर जाने वाला मार्ग भी खराब हो चुका है। तो वही पिपरी अहमदाबाद से होकर जियापुर बनभरिया मार्ग काफी बेहद खराब हो चुका है, लोकनिर्माण विभाग के अधिषासी अभियंता निर्माण का कहना है कि कई सड़को की मरम्मत करवाई गई है, जहाँ सडके खराब है वहां धन मिलते ही सड़को की मरम्मत कराई जायेगी । लेकिन जिन सड़को पर बडे़ बडे़ गड्ढे है, इससे आसपास के लोग तथा सड़को पर यात्रा करने वाले यात्रियों को धूल के गुब्बारों से परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
अस्पताल में बढ़ गई मरीजों की संख्या
जिले की खस्ताहाल सड़कों पर सफर करने से लोगों में कमर, रीढ़ की हड्डी के दर्द के साथ ही पेट की समस्याएं बढ़ रहीं हैं। सरकारी तथा गैर सरकारी अस्पतालो की ओपीडी में रोजाना 40 से 75 फीसदी मरीज इन समस्याओं से संबंधित पहुंच रहे हैं। औद्योगिक क्षेत्र जगदीशपुर मे मौजूद कई निजी अस्पतालों के डॉक्टरो ने बताया कि 40 साल से अधिक उम्र के 75 फीसदी लोग कमर दर्द के मरीज हो चुके हैं। इससे कम उम्र के मरीज 25 फीसदी हैं। लोगों को शुरुआत में पता नहीं चलता, धीरे-धीरे कमर में दर्द होने लगता है। टूटी ऊबड़ खाबड़ सड़कों पर सफर करना बीमारियों को दावत देना और जानलेवा है ।
तिलोई विधायक ने लिखा पत्र
भाजपा के तिलोई विधायक राजा मयंकेश्वर शरण सिंह ने अमेठी जिले के लोकनिर्माण विभाग के अधिषासी अभियँता निर्माण को पत्र भेजकर खराब सडको की मरम्मत कराये जाने की माँग की है ,इसके अतिरिक्त मँडी परिषद को भी फत्र भेजकर सडको की मरम्मत किये जाने की मांग की है ।
क्या बोले जिम्मेदार
लोकनिर्माण विभाग अमेठी के अधिषासी अभियंता ( निर्माण) ने कहा कि विभाग के पास थन का अभाव है ,शासन को पत्र भेजा गया है , थनराशि मिलने के बाद सडको की मरम्मत करवाने का काम किया जायेगा ।
एक नजर से खस्ताहाल सड़कें
- अमेठी जिले की ऊबड़ खाबड गड्ढायुक्त सड़के ;—
- अमेठी ठेगहा, टीकरमाफी मार्ग 4.00 किलोमीटर
- थौरा-भैटुआ-भीमी मार्ग 6.50 किलोमीटर
- तुलापुर – इटौरी मार्ग 2.5 किलोमीटर
- बिशेषरगंज-पतापुर – करारा – राजापुर मार्ग 15.500 किलोमीटर
- सैंठा – बियासिया – धनापुर बिशेषरगंज मार्ग 15.00 किलोमीटर
- गुगंवाछ – बैसडा – पूरे जिउधर – भेटुआ मार्ग 4.00 किलोमीटर
- पूरे श्री का पुरवा – पूरे पदमिन – सडिला मार्ग 3.00 किलोमीटर
- ठेगहा – अम्मरपुर – बनबीरपुर – छाछा मार्ग 6.00 किलोमीटर
- भादर – रतापुर – ठेमा – त्रिसुण्डी मार्ग 15.00 किलोमीटर,
- दुर्गापुर – केनौरा – शम्भूगंज मार्ग 10.00 किलोमीटर
- दशईपुर सम्पर्क मार्ग 3.00 किलोमीटर
- टीकरमाफी – बालीपुर – कस्तूरीपुर – शहरी मार्ग 7.00 किलोमीटर
- जामो – भादर मार्ग 45.00 किलोमीटर
- अमेठी – किठावर मार्ग 18.00 किलोमीटर,
- बड़गांव – पुन्नपुर – नेवादा मार्ग 9.50 किलोमीटर
- कलिकन – शीतलागंज – समोगरा मार्ग 5.00 किलोमीटर
- बिशेषरगंज – गंगौली – रायदैयपुर – बिराहिन – अमेठी मार्ग 10.00 किलोमीटर
- भुसहरी – पातीपुर मार्ग 3.00 किलोमीटर,
- गोसाईगज – गडेरी – सोइया मार्ग 5.00 किलोमीटर
- गोसाईगज – घाघूघार – जगजोतपुरमार्ग 4.50 किलोमीटर
- अमेठी – दुर्गापुर मार्ग से श्रीमत परम हंस आश्रम सिद्धि पीठ राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय मार्ग 3.50 किलोमीटर
- अमेठी – धम्मौर मार्ग 16.00 किलोमीटर
- अमेठी – जरौटा – कालिकन मार्ग 13.00 किलोमीटर
- शुकुल बाजार से इन्हौना मार्ग 14 किलोमीटर
- शुकुल बाजार से जगदीशपुर मार्ग 18 किलोमीटर
- शुकुल बाजार से सत्थिन रिनीगँज मार्ग 18 किलोमीटर
- औद्योगिक क्षेत्र जगदीशपुर की सडके क्रमशः रोड नँबर 1 बनभरिया मार्ग 4 किमी
- कमरौली थाने से इँडोगलफ फैक्ट्री मार्ग लगभग 2 किमी
- यूपीएसआईडीसी आवासीय कालोनी 1 किमी
- तिलोई मार्ग से पिपरी आहमदाबाद ,जियापुर , बनभरिया मार्ग 7 किमी
- कमरौली थाने से पलिया रजखेता शुक्लबाजार मार्ग 12 किमी ।
- महोना से बयौरेमऊ. सतथिन मार्ग 13 किमी
- रोड नंबर चार से महोना मार्ग 5 किमी
- उतेलवा से महोना मार्ग 5 किमी
- अहोरवा भवानी से जैतपुर टढेई हैदरगढ मार्ग 15 किमी
- तिलोई से सेमरौता ,शिवरतनगंज हैदरगढ मार्ग 18 किमी
- तिलोई विधायक आवास राजभवन से फूला वाया सिंहपुर मार्ग 15 किमी
- अलाईपुर चौराहै से गोकूला मार्ग 12 किमी
- लाईपुर से फुरसतगँज पीढी मार्ग लगभग 15
- सेमरौता से गोकुला बिराज , महराजगँज मार्ग 18 किमी
- इन्हौना से सेमरौता वाया महराजगंज मार्ग 25 किमी
- कठौरा से सेमरौता मार्ग 15 तगभग किमी
इन सड़को के अतिरिक्त अन्य तमाम जर्जर सड़के है जो मरम्मत की राह देख रही है ।
क्या कहा राज्य मंत्री सुरेश पासी …
जगदीशपुर से शुकुल बाजार संपर्क मार्ग ,तथा सत्थिन से शुकुल बाजार संपर्क मार्ग के लिए धन स्वीकृत हो गया है जल्द ही निर्माण कार्य शुरू होगा वही इन्हौना से रीछ घाट संपर्क मार्ग के चौड़ीकरण का कार्य चल रहा है जल्द ही ऊंचाई करण के लिए भी स्वीकृति मिल जाएगी और यह सड़क इन्हौना रीछघाट संपर्क मार्ग जिला सड़क भी घोषित हो चुकी है । इसी तरह से बहुत जल्द सभी सड़कें दुरुस्त हो जाएंगी।
