लखनऊ: आजम खान, मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद की बढ़ी मुश्किलें, अब ED करेगी पूछताछ
लखनऊ। अलग-अलग जेलों में बंद समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान गैंगस्टर से विधायक बने मुख्तार अंसारी और माफिया अतीक अहमद की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। अब प्रवर्तन निदेशालय मनी लॉन्ड्रिंग और जबरन उगाही मामले में इन तीनों नेताओं की कुंडली खंगालेगा। कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद ईडी इनसे जल्द ही जेल में …
लखनऊ। अलग-अलग जेलों में बंद समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान गैंगस्टर से विधायक बने मुख्तार अंसारी और माफिया अतीक अहमद की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। अब प्रवर्तन निदेशालय मनी लॉन्ड्रिंग और जबरन उगाही मामले में इन तीनों नेताओं की कुंडली खंगालेगा। कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद ईडी इनसे जल्द ही जेल में पूछताछ करेगी।
जानकारी मुताबिक ईडी की एक टीम सोमवार को सीतापुर जेल में बंद आजम खान से पूछताछ कर सकती है। ईडी चार दिनों तक आजम, मुख्तार और अतीक से पूछताछ करेगी। प्रवर्तन निदेशालय के एक अधिकारी ने बताया कि इन तीनों नेताओं के खिलाफ पूर्व में मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मुकदमा दर्ज किया था।
अब ईडी को कोर्ट से इन तीनों नेताओं को कस्टडी में लेकर पूछताछ करने की अनुमति मिल गई है। इसके बाद ईडी की टीम जल्द ही तीनों नेताओं से पूछताछ कर सकती है। गौरतलब है कि मुख्तार अंसारी के खिलाफ इसी साल जुलाई में ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था।
आजम पर है किसानों की जमीन हड़पने का आरोप
सीतापुर जेल में बंद आजम खान पर किसानों की जमीन हड़पने का आरोप है। आरोप यह कि राम में बनी जौहर यूनिवर्सिटी में अवैध रूप से सरकारी जमीन को भी कब्जाया गया है। इसके अलावा यूनिवर्सिटी सरकारी पैसे का भी इस्तेमाल हुआ। अब ईडी इस मामले में आजम खान से पूछताछ करेगी।
मुख्तार अंसारी पर ये है आरोप
बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी पर आरोप है कि उसने एक सरकारी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा जमाया और उसे सात साल के लिए 1.7 करोड़ रुपए प्रति वर्ष के हिसाब से एक निजी कंपनी को किराए पर दे दिया। ईडी इस रकम और कब्जा जमाने के मामले में अपनी पूछताछ करेगी।
अतीक के पास मिली थी 16 बेनामी कंपनियां
वहीं, माफिया अतीक अहमद के खिलाफ भी ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का मुकदमा दर्ज किया था। आरोप है कि पिछले साल पुलिस ने अतीक की कुल 16 कंपनियां चिह्नित की थीं। जिसमें से कई बेनामी थीं। इन कंपनियों में नाम तो किसी और का है लेकिन परोक्ष रूप से इनमें पैसा अतीक का लगा है। इनमें से ज्यादातर कंपनियों का कारोबार रियल इस्टेट से संबंधित है।
