रामपुर: सहकारी क्रय समितियां ही करेंगी धान खरीद

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रामपुर, अमृत विचार। पंजीकृत/प्राइवेट सहकारी समितियां धान खरीद से बाहर कर दी गई हैं। नामित क्रय एजेंसियां ही सीधे किसानों से धान खरीदेंगी। जनपद में धान खरीद के लिए धान क्रय नीति आने से पहले ही 126 क्रय केंद्र आवंटित कर दिए थे। इनमें सबसे ज्यादा केंद्र पंजीकृत प्राइवेट समितियों के थे। भारतीय किसान यूनियन …

रामपुर, अमृत विचार। पंजीकृत/प्राइवेट सहकारी समितियां धान खरीद से बाहर कर दी गई हैं। नामित क्रय एजेंसियां ही सीधे किसानों से धान खरीदेंगी। जनपद में धान खरीद के लिए धान क्रय नीति आने से पहले ही 126 क्रय केंद्र आवंटित कर दिए थे। इनमें सबसे ज्यादा केंद्र पंजीकृत प्राइवेट समितियों के थे। भारतीय किसान यूनियन ने पंजीकृत प्राइवेट समितियों को क्रय केंद्र देने का जोरदार तरीके से विरोध किया था। किसान कई दिन से धरना प्रदर्शन कर रहे थे। शासन ने पंजीकृत-प्राइवेट सहकारी समितियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है।

प्राइवेट सहकारी समितियों से धान खरीद नहीं कराए जाने के लिए किसानों ने 21 सितंबर को विकास भवन पर धरना प्रदर्शन किया था। जिलाधिकारी को सम्बोधित ज्ञापन सहायक निबंधक सहकारिता को सौंपा था। किसानों द्वारा आशंका जताई जा रही थी कि पंजीकृत प्राइवेट सहकारी समितियां धान क्रय में गड़बड़ी करेंगी। भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष हसीब अहमद ने बताया कि शासन ने क्रय नीति में संशोधन कर दिया है।

विशेष सचिव ओम प्रकाश वर्मा द्वारा जारी संशोधन क्रय नीति में कहा है कि पीसीएफ, पीसीयू, यूपीएसएस द्वारा पैक्स/सहकारी क्रय-विक्रय समिति जो कि सीधे सहकारिता विभाग के शासकीय नियंत्रण में है। इनके माध्यम से ही धान क्रय किया जाएगा। जबकि मल्टी स्टेट, प्राइवेट/पंजीकृत सहकारी समिति आदि से धान क्रय नहीं किया जाएगा। जिलाध्यक्ष ने कहा कि किसानों को उनके धान का समर्थन मूल्य दिलाने का का प्रयास किया जाएगा।

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