शाहजहांपुर: अब ड्रोन से होगी फसलों की सुरक्षा, कीटनाशक दवाओं का छिड़काव
शाहजहांपुर, अमृत विचार। खेती-बाड़ी में लगातार नई तकनीकों का इजाफा हो रहा है। इन्हीं नई तकनीकों में अब ड्रोन की मदद से खेती-बाड़ी की जाएगी। ड्रोन की मदद से फसलों की निगरानी के साथ ही कीटनाशक दवाओं का छिड़काव कराने की व्यवस्था की जा रही है। शासन ने सभी जिला गन्ना अधिकारियों को पत्र जारी …
शाहजहांपुर, अमृत विचार। खेती-बाड़ी में लगातार नई तकनीकों का इजाफा हो रहा है। इन्हीं नई तकनीकों में अब ड्रोन की मदद से खेती-बाड़ी की जाएगी। ड्रोन की मदद से फसलों की निगरानी के साथ ही कीटनाशक दवाओं का छिड़काव कराने की व्यवस्था की जा रही है। शासन ने सभी जिला गन्ना अधिकारियों को पत्र जारी कर ड्रोन खरीदने के निर्देश दिए हैं। शासन से निर्देश मिलने के बाद जिला स्तर पर ड्रोन खरीदने की तैयारी शुरू कर दी गई है।
जनपद की समितियां ड्रोन खरीदेगी, जिसके माध्यम से पोषक तत्वों, कवक नाशी एवं कीटनाशी रसायनों का छिड़काव किया जाएगा। चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास विभाग उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव श्संजय आर भूसरेड्डी जिला गन्ना अधिकारियों से ड्रोन खरीदने के लिए प्रस्ताव मांगा, जिस पर विभाग ने प्रस्ताव बनाकर मुख्यालय को भेज दिया है। जनपद में चार ड्रोन खरीदे जायेंगे। दो सहकारी गन्ना विकास समिति पुवायां और दो ड्रोन सहकारी गन्ना विकास समिति रोज़ा से खरीदे जायेंगे।
इस नई तकनीक के इस्तेमाल से किसानों को फायदा होगा। कम समय मे अधिक क्षेत्रफल पर छिड़काव हो जायेगा, मजदूरों की समस्या से भी निजात मिलेगा। इसके साथ ही फसल पर समान रुप से छिड़काव से अच्छी उपज मिलेगी। किसानों को अधिक उपज मिले इसके लिये जरूरी हो जाता है कि नवीनतम तकनीक का खेती में प्रयोग किया जाए।
ड्रोन तकनीक का प्रयोग इनमें से एक बेहतर विकल्प है। ड्रोन के उपयोग से बड़े क्षेत्रफल पर कम समय में कीटनाशक दवाओं एवं पोषक तत्वों का छिड़काव किया जा सकता है। इसके साथ ही फसल की निगरानी भी आसानी से की जा सकेगी। मानव सेहत एवं पर्यावरण पर पड़ने वाले दुष्परिणाम को भी कम किया जा सकेगा। ड्रोन के उपयोग से उत्पादन लागत भी कमी आएगी। इससे लागत में कमी के साथ ही समय की बचत होगी।
बड़ी फसल में छिड़काव के लिए कारगर होगा ड्रोन
जब गन्ने की फसल बड़ी हो जाती है। ऐसे में किसानों को दवाओं का छिड़काव करने में काफी दिक्कतें होती है। अब ड्रोन व्यवस्था शुरू होने से छिड़काव में काफ़ी मदद मिलती है। सबसे खास बात सीमित समय मे अधिक छिड़काव होगा।
यह है प्लांनिंग
जनपद की पुवायां और रौजा में दो दो समितियों पर ड्रोन खरीदी जाएगी। ड्रोन संचालन के लिए कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। जब भी कोई किसान ड्रोन की मांग करेगा, इस पर सम्बन्धित कर्मचारी खेत पर गतिविधि पूरी करेगा। इसके लिए किसानों को निर्धारित शुल्क चुकाना होगा। हालांकि इसको लेकर एक गाइडलाइन भी आनी है। गाइडलाइन के अनुसार ड्रोन का संचालन किया जाएगा।
जनपद में चार ड्रोन खरीदे जाएंगे, जिसका प्रस्ताव शासन में भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही ड्रोन की खरीदारी कर ली जाएगी। नई तकनीकी खेती में ड्रोन की अहम भूमिका रहेगी—डॉ. खुशीराम, जिला गन्ना अधिकारी।
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