खबर का असर : नहर में आया पानी, खुशी से झूम उठे किसान
अयोध्या। मिल्कीपुर तहसील क्षेत्र के अमानीगंज व मिल्कीपुर विकासखंड से गुजरी शारदा सहायक डबल नहर व तालाबों व पोखरा में पानी ना होने के चलते पशु पक्षी बूंद – बूंद पानी के लिए भटक रहे थे। किसान धान की नर्सरी भी नहीं डाल पा रहे थे। इस समस्या को लेकर अमृत विचार ने दो दिन …
अयोध्या। मिल्कीपुर तहसील क्षेत्र के अमानीगंज व मिल्कीपुर विकासखंड से गुजरी शारदा सहायक डबल नहर व तालाबों व पोखरा में पानी ना होने के चलते पशु पक्षी बूंद – बूंद पानी के लिए भटक रहे थे। किसान धान की नर्सरी भी नहीं डाल पा रहे थे। इस समस्या को लेकर अमृत विचार ने दो दिन पहले खबर प्रकाशित की थी, जिसका जिला प्रशासन ने संज्ञान लेते हुए नहर में पानी छोड़ दिया है।

वृहस्पतिवार कि रात नहर में पानी आ गया। सुबह जब किसानों ने देखा तो वह खुशी से झूम उठे। नहर में पानी आ जाने से तालाबों व पोखरों में पानी भर जाएगा, जिससे पशु पक्षियों को पानी के लिए भटकना नहीं पड़ेगा।
किसान मोहम्मद अयूब का कहना है कि नहर में पानी समय से ना आने के चलते धान की नर्सरी अभी नहीं पड़ पाई है। पंपिंग सेट से खेत में पानी नर्सरी डालने के लिए भरा गया है। 2 दिन के भीतर धान की नर्सरी डाल दी जाएगी। किसान देवराज पांडे ऊर्फ केजरीवाल का कहना है कि खेत की जुताई करके तैयार रखा गया है, अब तो नहर में पानी आ गया है और धान की नर्सरी डाल दी जाएगी ।
किसान तेज बहादुर पांडे का कहना है कि हम तो किसी तरीके से धान की नर्सरी डाल दिए हैं नहर में पानी आए या ना आए हमको उससे कोई लाभ नहीं है, क्योंकि हमारे खेतों तक जाने के लिए नहर विभाग,संबंधित विभाग के अधिकारियों द्वारा नाली की कोई व्यवस्था नहीं कराई गई है। सिंचाई हम कहां से कर पाएंगे। किसानों का कहना है कि मई में ही सरकार नहर में पानी छोड़ा देता तो जून में किसान धान की रोपाई शुरू कर देते हैं।
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