Chitrakoot: जिला प्रोबेशन अधिकारी के खिलाफ हिंदूवादी संगठनों का धरना, महिला ने अधिकारी पर उत्पीड़न का लगाया आरोप
चित्रकूट में हिंदूवादी संगठनों ने जिला प्रोबेशन अधिकारी के खिलाफ दिया धरना।
चित्रकूट में हिंदूवादी संगठनों ने जिला प्रोबेशन अधिकारी के खिलाफ धरना दिया। महिला ने अधिकारी पर उत्पीड़न का आरोप लगाया।
चित्रकूट, अमृत विचार। जिला प्रोबेशन अधिकारी सहित दो लोगों पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए रविवार को वन स्टाप सेंटर पर काम करने वाली एक महिला ने हिंदूवादी संगठनों के साथ हाईवे पर धरना दे दिया। जिलाधिकारी को मौके पर बुलाकर ज्ञापन देने की मांग पर ड़टे इन लोगों का विरोध प्रदर्शन लगभग दो घंटे तक जारी रहा। इस दौरान वहां भारी पुलिस फोर्स मौजूद रहा। बाद में एडीएम कुंवर बहादुर सिंह ने इनसे ज्ञापन लिया और जांच का आश्वासन दिया।
गौरतलब है कि वन स्टाप सेंटर में केस वर्कर के पद पर कार्यरत रही महिला का आरोप है कि उससे जिला प्रोबेशन अधिकारी रामबाबू विश्वकर्मा व सामाजिक कार्यकर्ता संजय श्रीवास्तव प्रतिदिन छेड़छाड़ करते और इच्छापूर्ति न करने पर सेवामुक्त कराने की धमकी देते रहे हैं। छह सितंबर को संजय श्रीवास्तव के माध्यम से डीपीओ ने कार्यालय कक्ष में बुलाया और गलत बातें कीं। उससे अश्लील हरकतें कीं। किसी तरह से भाग कर उसने अपने को बचाया।
आरोप लगाया कि प्रमोशन के नाम पर डीपीओ द्वारा उससे दो लाख रुपये भी लिए जा चुके हैं। उसने आरोप लगाया कि संजय उसको घर आनेजाने के दौरान इच्छापूर्ति के लिए दबाव डालता है। इस संबंध में बीते मंगलवार को उसने कलेक्ट्रेट में हिंदूवादी संगठनों के साथ प्रदर्शन कर डीएम को संबोधित ज्ञापन भी सौंपा था। इसमें उसने आरोप लगाया था कि जब उसने इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से की तो डीपीओ ने नौ सितंबर 22 को इसको निलंबन आदेश थमा दिया और इसके बाद भी उन लोगों का उसके साथ अशोभनीय व्यवहार जारी रहा।
उसने दावा किया कि इस संबंध में उसके पास मोबाइल रिकार्डिंग भी है। तब कार्रवाई न होने पर बजरंग दल सहित अन्य संगठनों के पदाधिकारियों ने जिला सह संयोजक शिवेंद्र प्रताप सिंह की अगुवाई में पांच दिन बाद जोरदार प्रदर्शन की बात कही थी। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत पीड़ित महिला के साथ संगठन के पदाधिकारियों आदि ने हाईवे पर ट्रैफिक चौराहे पर धरना दिया। बाद में एडीएम वित्त कुंवर बहादुर सिंह ने मौके पर पहुंचकर इनका ज्ञापन लिया और जांच का आश्वासन दिया। इस प्रदर्शन से लगभग दो घंटे तक आवागमन बाधित रहा।
एडीएम दे चुकी हैं जांच का आश्वासन
उधर, इस संबंध में एडीएम वंदिता श्रीवास्तव पहले ही जांच का आश्वासन दे चुकी हैं। उन्होंने तब कहा था कि तीन महीने पहले महिला की शिकायत आई थी पर उसमें उसने अपने साथ छेड़खानी आदि का जिक्र नहीं किया था। अगर अब उसने ऐसी शिकायत की है तो आरोपियों की जांच की जाएगी और दोषी पाए जाने पर कार्रवाई होगी।
जिला प्रोबेशन अधिकारी भी झाड़ चुके हैं पल्ला
उधर, इस संबंध में जिला प्रोबेशन अधिकारी रामबाबू विश्वकर्मा ने खुद को इस मामले से पूरी तरह अलग कर चुके हैं। उन्होंने कहा है कि एक वन स्टाप सेंटर के कर्मचारी के साथ उनको भी आरोपी बनाया जाना उनके लिए बहुत अपमानजनक है। बताया कि इस व्यक्ति की पहले भी शिकायतें आई हैं। वह जांच कराएंगे और अगर दोषी पाया गया तो इसको नौकरी से निकालने तक की कार्रवाई की जाएगी। वन स्टाप सेंटर के सामाजिक कार्यकर्ता, जिन पर ये गंभीर आरोप हैं वह भी सब कुछ फर्जी बता चुके हैं।
पहले थे तीन आरोपी पर अब दो
उधर, आज के प्रदर्शन की खास बात यह रही कि पहले जहां इस मामले में कुल तीन आरोपी की बात कही जाती रही थी पर अब इसमें दो आरोपी बताए जा रहे हैं। इस संबंध में शिवेंद्र प्रताप सिंह का कहना था कि उनकी जानकारी में तो दो ही आरोपी हैं।s
