रामपुर: 26 मार्च को बिलासपुर में अमृतपाल के पक्ष में नहीं निकली रैली, पुलिस रही तैनात
खुफिया तंत्र उत्तराखंड में भी कर रहा खालिस्तान समर्थक और अलगाववादी अमृतपाल की तलाश
रामपुर/बिलासपुर, अमृत विचार। बिलासुपर में खालिस्तान समर्थक और अलगाववादी संगठन वारिस दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह के पक्ष में 26 मार्च की शाम रैली नहीं निकली। अलबत्ता, पुलिस ने पोस्टर चस्पा करने के मामले में 10 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है इनमें कुछ नाबालिग भी हैं। रविवार को पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार शुक्ला भी थाने पहुंच गए और पकड़े गए लोगों से पूछताछ की। लोगों की गिरफ्तारी के बाद थाने पर सिख समुदाय के लोगों की भीड़ लगी रही। पुरानी मंडी शाम तक छावनी में तब्दील रहा। बिलासपुर और उत्तराखंड में खुफिया तंत्र सक्रिय रहा भारत-नेपाल बार्डर पर खालिस्तान समर्थक और अलगाववादी संगठन वारिस दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह के एसएसबी द्वारा पोस्टर चस्पा कर दिए गए हैं।
अलगाववादी अमृतपाल सिंह के समर्थन में रविवार शाम 4:00 बजे निकलने वाली रैली के मद्देनजर शिव बाग मंडी में सुबह से ही भारी पुलिस बल तैनात रहा। तहसील प्रशासन की ओर से नायब तहसीलदार राजेश कुमार तथा पुलिस की ओर से सीओ अरुण कुमार सिंह, कोतवाल नवाब सिंह व खजुरिया थाना अध्यक्ष पुष्कर सिंह आदि अधिकारी भारी पुलिस व पीएसी बल के साथ घोषित रैली स्थल पर तैनात रहे। शिव बाग मंडी के टीन शेड दोनों गेटों और नगर के सार्वजनिक स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था लगी हुई थी। पुलिस प्रशासन द्वारा एहतियात के तौर पर शाम तक पुरानी मंडी को छावनी में तब्दील रखा गया। इसके अलावा नगर के अन्य मोहल्लों में भी पुलिस लगातार गश्त करती रही। खुफिया तंत्र भी रैली स्थल के आसपास सक्रिय रहा।
सीओ अरुण कुमार सिंह ने बताया कि पोस्टरों में आज अमृतपाल के समर्थन में रैली निकालने की घोषणा की गई थी। जिसको रोकने के लिए घोषित रैली स्थल पर सहित पूरे नगर में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। पोस्टरों में दिए समय के बाद तक अमृतपाल का कोई समर्थक नहीं पहुंचा। फिलहाल पोस्टर लगाने वाले लोगों की पहचान की जा रही है और संदिग्ध लोगों से उक्त मामले में पूछताछ भी की जा रही है। पुलिस व प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है। कोई भी गलत मंसूबा पूरा नहीं होने दिया जाएगा। कुछ शरारती तत्वों ने गुरुवार रात कुछ लोगों ने नगर के पंजाबी कालोनी स्थित नगर पालिका काम्प्लेक्स, शिवबाग मंडी और लक्ष्मी नगर सहित अन्य कई स्थानों पर अलगाववादी अमृतपाल के पक्ष में पोस्टर लगाए थे।
पोस्टर में 26 मार्च यानि आज नगर की शिवबाग मंडी से शाम 4 बजे अमृतपाल के समर्थन में रैली निकाले जाने की बात कही गई थी। मामले को लेकर डीआईजी शलभ माथुर व पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार शुक्ला भी कोतवाली पहुंचे थे और उन्होंने मामले की पूरी जानकारी अपने मातहतों से ली थी। डीआईजी व एसपी ने मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई के निर्देश भी दिए थे।
एटीएस लखनऊ और मुरादाबाद की टीमें रहीं सक्रिय
उच्चाधिकारियों के निर्देश के बाद शनिवार शाम से ही उत्तराखंड से लगती जनपद की सीमाओं पर चौकसी बढ़ा दी गई थी। हर संदिग्ध वाहन की चेकिंग की जा रही थी। इसके लिए उत्तराखंड पुलिस की भी मदद ली जा रही थी। फिलहाल पुलिस तहकीकात में जुटी हुई है। शीघ्र ही पुलिस के हाथ सफलता मिलने की संभावना है। बिलासपुर में एटीएस लखनऊ और मुरादाबाद की टीमें डेरा डाले हुए हैं और संदिग्धों से पूछताछ जारी है।
सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाल रही पुलिस
पुलिस लगातार पोस्टर लगे स्थानों के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है। जहां से पुलिस को कई महत्वपूर्ण जानकारियां भी मिलीं हैं। फुटेज के आधार पर शुक्रवार रात में पुलिस ने नगर क्षेत्र में कुछ संदिग्ध स्थानों पर छापेमारी कर संदिग्ध युवक और युवतियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। पुलिस सूत्रों के अनुसार, शनिवार को अपर पुलिस अधीक्षक डाक्टर संसार सिंह की मौजूदगी में पुलिस ने कोतवाली में संदिग्ध युवक और कुछ युवतियों से पूछताछ भी की थी। पुलिस को पूछताछ के दौरान अहम क्लू भी मिले थे। जिनके आधार पर दिन भर संदिग्धों से पूछताछ जारी रही।
सूत्रों की मानें तो पुलिस पोस्टर मामले के मुख्य सूत्रधार तक पहुंच चुकी है और उसे गिरफ्तार भी कर लिया है। रविवार शाम करीब 7 बजे कोतवाली पहुंचे पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार शुक्ला ने हिरासत में लिये गए संदिग्धों से पूछताछ की। लेकिन पुलिस इसकी औपचारिक पुष्टि करने से बच रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, एसपी से हरी झंडी मिलने के बाद आज देर रात तक मामले में रिपोर्ट दर्ज होने की उम्मीद है। वहीं कोतवाली में देर रात तक सिख समुदाय के लोगों का जमवाड़ा लगा रहा।
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