अयोध्या: गोशाला में पानी न हरा चारा, एक हफ्ते में घट गए पशु, गंदा पानी पी रहे हैं गोवंश
तारुन, अयोध्या। छुट्टा पशुओं की देखभाल के लिए संचालित जाना गोशाला अव्यवस्थाओं के बीच अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रही है। यहां पर करीब छह साल बाद भी बिजली कनेक्शन नहीं हो सका है। जुगाड़ के सहारे सबमर्सिबल दूर के पोल से कटिया लगाकर चलाया जा रहा है। आलम यह है कि पानी न होने पर पशु तालाबों का गंदा पानी पी रहे हैं।
सरकार क्षेत्र में घूम रहे छुट्टा गोवंशों की देखभाल के लिए तारुन ब्लाक के ग्राम पंचायत जाना में गोशाला का निर्माण कराकर प्रतिमाह लाखो रुपये खर्च कर रही है, लेकिन गोशाला की व्यवस्था नाकाफी होने से गोशाला गोवंशों के लिये नारकीय बन गई है। बीते 11 जुलाई को 42 गोवंश थे, लेकिन वर्तमान समय में 37 गोवंश बताये गये है।

पशुओं के इलाज के लिये बनाया गया टीन शेड उजड़ा तो पशुओ के गोबर से निर्मित करने के लिए बना वर्मी कम्पोस्ट अपने दिन बहुरने की आस देख रहा है। दोनों पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हैं। पशुओं को स्वच्छ पानी पिलाने के लिये लगा सबमर्सिबल महीनों से नहीं चला है। इसके हौज सूखे व गन्दगी से पटे हैं। गोशाला के निरीक्षण के बहाने आने वाले अधिकारी फर्ज अदायगी तक ही सीमित हैं। अव्यवस्थाओं से जूझ रही गोशाला की तरफ ग्रामीणों ने अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराया है।
गोशाला में मौजूद चौकीदार सभापति उपाध्याय व सफाईकर्मी परशुराम ने बताया है पंचायत सचिव विजय गुप्ता यहां आते ही नहीं है। भूसा घर का टिन शेड टूटा फूटा है। हल्की बारिश होने से भूसा भीग जाता है। इसके अलावा आज तक हरे चारे की व्यवस्था इस गोशाला को नसीब नहीं हुई। केवल सूखे भूसे के सहारे गोवंश जी रहे हैं। मुख्य गेट करीब एक साल पहले जर्जर हो गया था, जिसे रस्सी से बांधकर बन्द किया जाता है। बीते 17 जुलाई से पशु चिकित्सक के दर्शन नहीं हुये हैं।
पुराने पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. लालमणी प्रजापति का गैर जनपद तबादला हो गया है। नये पशु डाक्टर ने कार्यभार संभाला है, लेकिन उनके पिता की मौत होने के चलते अपना पूरा समय नहीं दे पा रहे हैं। पंचायत सचिव विजय गुप्ता ने बताया कि पम्प को चलाने के लिए कनेक्शन नहीं मिला है। गोशाला के बगल किसान कृपा राम वर्मा के नलकूप से कटिया कनेक्शन के तौर पर चलाया जा रहा था, लेकिन उन्होंने अब मना कर दिया है।
यह भी पढ़ें:-फिरोजाबाद में रिश्वत लेते लेखपाल संघ का अध्यक्ष गिरफ्तार
