मुरादाबाद: साढ़ू ने छह लाख की सुपारी देकर कराई बुजुर्ग की हत्या, दो गिरफ्तार

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Published By Priya
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राजफाश: 11 बीघा जमीन पर थी साढ़ू की नजर, मृतक की पत्नी से अवैध संबंध की भी सामने आ रही बात, सुपारी में 12,000 रुपये दिए थे एडवांस, जीजा-साले ने मिलकर गोली मारकर की बुजुर्ग की हत्या

मुरादाबाद, अमृत विचार। चार अगस्त को छजलैट थाना क्षेत्र के सदरपुर में हुई बुजुर्ग सूखा सिंह की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। बुजुर्ग की हत्या पत्नी से अवैध संबंध और उसकी जमीन के लिए की गई थी। पुलिस ने हत्या करने वाले अभियुक्त जीजा-साले को पचोकरा मार्ग से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी विनीत कुमार व जितेंद्र के कब्जे से पुलिस ने आला कत्ल तमंचा, कारतूस और बुलेट मोटरसाइकिल भी बरामद की है। घटना के पांच दिन में राजफाश होने पर एसएसपी ने पुलिस टीम को 15,000 रुपये का नकद पुरस्कार भी दिया है।

पुलिस के मुताबिक, बुजुर्ग की हत्या में उसका साढ़ू चंद्रपाल व इसका बेटा पीयूष, विनीत और जितेंद्र का साथी अरुण भी शामिल हैं। सूखा की हत्या के मामले में उसके भांजे राहुल निवासी सदरपुर मतलबपुर ने छजलैट थाने में अज्ञात के विरुद्ध केस दर्ज कराया था। एसएसपी हेमराज मीना ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त जितेंद्र विनीत का जीजा है। इन दाेनों ने पूछताछ में बताया है कि सूखा की हत्या उसके साढ़ू चंद्रपाल व इसके बेटे पीयूष के कहने पर उन लोगों ने की।

हत्या करने का सौदा 6 लाख रुपये में तय हुआ था। इसमें 12,000 रुपये उन्हें मिल गये थे। सूखा सिंह की हत्या के लिए जितेंद्र-विनीत ने साथी अरुण को भी शामिल किया। फिर ये तीनों दो अप्रैल को सदरपुर मतलबपुर पहुंचे थे। मौका न लगने पर वे तीनों लौट आए थे। चंद्रपाल व उसका बेटा पीयूष उन लोगों को बार-बार फोन कर सूखा सिंह की हत्या जल्दी करने का दबाव बना रहे थे।

इस कारण वह लोग दोबारा 4 अगस्त को विनीत की बुलेट मोटरसाइकिल से वहां गए। रास्ते में शराब पी, फिर वे तीनों सदरपुर मतलबपुर पहुंचे। सूखा के बारे में जानकारी जुटाई। पता चला वह खेत की तरफ गया है। फिर वह लोग खेत की तरफ गए, जहां सूखा को खेत की तरफ जाते देखा। सूखा उन लोगों को देख न ले, इसके लिए वह तीनों छिप गए और आसपास देख रेकी करने के बाद पीछे से सूखा सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना के बाद वह लोग पुलिस से बच रहे थे।

भांजे को दान में जमीन देने से नाराज था चंद्रपाल
एसएसपी ने बताया कि सूखा के पास कुल 33 बीघा जमीन थी। इसमें उसने अपने भांजे को दान में 22 बीघे जमीन उसके नाम कर दी थी। शेष 11 बीघे जमीन पर मृतक के साढ़ू चंद्रपाल की नजर थी। उन्होंने बताया कि घटना में यह भी साफ हुआ है कि मृतक की पत्नी के साढ़ू चंद्रपाल से अवैध संबंध थे। इसी चक्कर में उसके इकलौते बेटे अंकित ने भी आत्महत्या कर ली थी। आत्महत्या मामले में सूखा की पत्नी ने फरवरी 2023 में छजलैट थाने में ही पति सूखा, ममेरे भाई के बेटे अर्जुन व एक अन्य के विरुद्ध केस भी दर्ज कराया था।
सूखा ने इस्माइलपुर भोजपुर के अपने भांजे अर्जुन को ही 22 बीघे जमीन लिख दी थी। जमीन का अर्जुन के नाम अभी 31 जुलाई को दाखिल खारिज भी हो गया था। इसी जमीन के मामले से उसकी पत्नी पति से नाराज थी और उसने अपने जीजा चंद्रपाल को भी बता दिया था। साली से खबर मिलने के बाद चंद्रपाल को डर था कि शेष बची जमीन भी सूखा भांजे के नाम न कर दे। इसी के बाद से उसने साढ़ू सूखा को मरवाने की योजना बनाई थी। इस याेजना में चंद्रपाल का बेटा पीयूष भी शामिल रहा। एसएसपी ने बताया कि पता यह भी चला है कि सूखा अपने बेटे अंकित को साढ़ू चंद्रपाल का ही बेटा मानता था।

घटना में शामिल तीन अन्य की खोज में पुलिस
गिरफ्तार अभियुक्त विनीत कुमार पुत्र रणवीर सिंह भोजपुर थाना क्षेत्र के चिंतावाली मढैय्या सिंडलाऊ नजरपुर और उसका बहनोई जितेंद्र पुत्र रणधीर बिलावाला थाना भगतपुर का रहने वाला है। जबकि इनका साथी अरुण पुत्र श्योनाथ सिंह भगतपुर के गांव आधौ नगली का रहने वाला है। मृतक सूखा सिंह का साढ़ू चंद्रपाल पुत्र हरचरन सिंह व उसका बेटा गिरफ्तार अभियुक्त जितेंद्र के ही गांव का है। एसएसपी ने बताया कि वारदात में शामिल चंद्रपाल, अरुण व पीयूष को भी गिरफ्तार करने को पुलिस दबिश दे रही है।

कार्रवाई में शामिल रहे पुलिसकर्मी
छजलैट थानाध्यक्ष आशीष कुमार, दरोगा जितेंद्र वर्मा, विमल किशोर व जगजीत और कांस्टेबल हैप्पी, तौफीक, नीतीश कुमार व विनीत कुमार।

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