हरदोई : हक के लिए जां-निसारी का पैगाम देती है कर्बला की जंग
चेहल्लुम पर शहादत-ए-हुसैन को याद कर रोए अज़ादार
हरदोई /पिहानी, अमृत विचार। नवासा- ए- रसूल इमाम हुसैन की शहादत के चालीसवें चेहल्लुम पर कस्बे में का जुलूस निकाल कर मातम किया गया। इस दौरान अंजुमनों के दर्द भरे नौहे सुनकर लोगों की आंखें छलक पड़ीं। कर्बला में हुई मजलिसे अज़ा में बताया गया कि कर्बला की जंग से हक के लिए जां निसारी का पैगाम मिलता है।
मोहल्ला कोट स्थित चौक से ताज़िए का जुलूस उठा। स्थानीय अंजुमनों की नौहाख्वानी और सीनाज़नी के बीच जुलूस इस्लामगंज,नईबस्ती और कटरा बाज़ार होते हुए सदर जहां रौज़ा गेट पर पहुंचा। यहां पर मोहल्ला लोहानी से आए शबीहे ताबूत इमाम हुसैन के जुलूस का भी मिलाप कराया गया। बड़ी तादाद में महिला-पुरुषों के साथ मासूम अकीदतमंदों ने इमाम की शबीहे ताबूत को बोसे दिए और चढ़ावा चढ़ाकर मन्नतें मानीं। अंजुमनों ने भी ताहश्र करो मातम प्यासे अली असगर का आदि नौहों के साथ मातम किया।
रौज़ा गेट से मिश्राना और छिपीटोला होते हुए जुलूस करबला पहुंचा। कर्बला में मजलिस के बाद अलविदाई नौहे के साथ जुलूस का समापन हुआ। गमगीन माहौल में ताज़िए सुपुर्दे खाक कर दिए गए। इससे पहले रात को शब्बेदारी कर विभिन्न आमाल करते हुए कर्बला के 72 शहीदोें को पुरसा पेश किया गया।
ये भी पढ़ें -बाबूजी ने हमेशा अपनों के सम्मान के लिए दी लड़ने की प्रेरणा : आनंद सेन
