मुरादाबाद : डीआरएम साहब! हरथला स्टेशन की बदहाली दूर कराओ...
पीने के पानी का प्रबंध नहीं, एक मात्र हैंडपंप का सहारा, शौचालयों पर भी लटके हैं ताले
शौचालय पर लटका ताला, यात्रियों के बैठने के स्थान के पास उगी घास।
मुरादाबाद, अमृत विचार। डीआरएम साहब, हरथला रेलवे स्टेशन पर सुविधाओं का अभाव है। रेल यात्रियों के लिए ठंडे पानी का प्रबंध नहीं है। यहां सिर्फ एक हैंडपंप के सहारे पानी व्यवस्था है। हैंडपंप के पास गंदगी पसरी है। इस स्टेशन पर अप डाउन में चार पैसेंजर ट्रेनों का ठहराव है। इन ट्रेनों में एक माह में 2000 लोग
यात्रा करते हैं।
जहां रेलवे मंडल में कई स्टेशनों का कायाकल्प करा रहा है। स्टेशनों पर आधुनिक सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं। मंडल के अमरोहा, गजरौला और रामपुर रेलवे स्टेशन का सौंदर्यीकरण किया जाएगा। लेकिन मुख्य रेलवे स्टेशन से सटे हरथला स्टेशन पर किसी की नजर नहीं है। मुरादाबाद में प्रवेश करते ही दो स्टेशन हैं हरथला और कटघर। स्टेशन को जोड़ने वाली सड़क जर्जर है। सड़क पर पत्थर ही पत्थर हैं। इससे राहगीरों को दिक्कत हो रही है। स्टेशन पर सफाई की उचित व्यवस्था नहीं है। यात्रियों के बैठने के लिए बैंच बनी है, लेकिन इनके आसपास घास उग आई है। शौचालय पर ताले लटके रहते हैं।
सुरक्षा के लिहाज से यहां पर पुलिस कर्मी भी तैनात नहीं रहते। स्टेशन से सुबह 6:40 बजे गाड़ी संख्या 04359 जाती है और शाम 6:40 पर गाड़ी संख्या 04601 सहारनपुर के लिए ट्रेन जाती है। इसके अलावा गाड़ी संख्या 04360 चंदौसी जाने वाली ट्रेन सुबह 6:40 बजे और गाड़ी संख्या 04302 मुरादाबाद पैसेंजर शाम को 8:44 पर आती है। लेकिन किसी ट्रेन का ठहराव यहां नहीं है।
स्टेशन के पास रहने वाले सुनील कुमार और आजाद सिंह का कहना है कि पहले सहारनपुर-लखनऊ पैसेंजर ट्रेन चलती थी। इस ट्रेन को कोरोना काल में रोक दिया गया। यह लखनऊ के लिए सबसे सस्ती ट्रेन थी। इस ट्रेन का संचालन किया जाए। हरथला निवासी सोनू और जितेंद्र सिंह कहते हैं कि रेलवे का इस स्टेशन की तरफ ध्यान नहीं है। मुख्य स्टेशन के पास होने की वजह से इसे भी सुंदर बनाया जाए।
स्टेशन परिसर में सफाई कराई जाती है। बारिश की वजह से बैंचों के आसपास घास उग आई है। हालांकि इन सीटों पर यात्री भी कम बैठते हैं। एक माह में यहां से 2000 लोग यात्रा करते हैं। पानी के लिए हैंडपंप की व्यवस्था है। ट्रेनों का ठहराव होना चाहिए। --संदीप कुमार यादव, स्टेशन अधीक्षक
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