UP Crime: कानपुर कमिश्नरेट पुलिस एक बार फिर हुई दागदार... बाइक गायब करने मे तीन दरोगा व सिपाही पर FIR दर्ज
कानपुर में बाइक गायब करने में तीन दरोगा व सिपाही पर केस।
कानपुर में बाइक गायब करने में तीन दरोगा व सिपाही पर एफआईआर दर्ज हुई। फरवरी 2022 में लूट के केस में युवक को जेल भेजा था। जमानत पर छूटने के बाद थाने में बाइक नहीं मिली।
कानपुर, अमृत विचार। कानपुर कमिश्नरेट पुलिस के दरोगा और सिपाही खुद ही वर्दी को दागदार कर रहे हैं। अब बिल्हौर में तीन दरोगाओं और एक सिपाही पर न सिर्फ बाइक गायब करने का आरोप लगा है, बल्कि कोर्ट के आदेश पर इन चारो के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हो गया है। मुकदमा दर्ज किए जाने के साथ ही विवेचना भी सौंप दी गई है।
कानपुर देहात जिले के शिवली थाना क्षेत्र के भेवान गांव के रहने वाले अमर सिंह की पत्नी शकुंतला की ओर से यह मुकदमा दर्ज कराया गया है। शकुंतला के मुताबिक फरवरी 2022 में वह अपनी बेटी के देवर शनि पुत्र श्रीराम निवासी मक्कापुरवा थाना शिवराजपुर के साथ बाइक से शहबाजपुर गांव जा रही थी।
रास्ते में बीबीपुर बंबा के सामने बिल्हौर थाने में तैनात रहे दरोगा मुकेश बाजपेई, विशेष कुमार, पंकज कुमार और सिपाही अनुज यादव ने उन्हें रोक लिया और शनि को लूट का आरोपी बता गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद जेल भेज दिया।
इस दौरान दरोगा और सिपाही उसकी बाइक भी साथ ले गए। जब वह जेल में शनि से मिलाई करने गई तो शनि ने थाने में बाइक खड़ी होने की बात बताई। इसके बाद जब वह थाने गई तो न बाइक मिली और न ही थाने की जीडी में दर्ज थी।
15 महीने बाद शनि के जेल से जमानत पर छूटकर आने बाद जब वह फिर थाने पहुंची और पुलिस कर्मियों से बाइक के बारे में पूछा तो उन्होंने डांट-फटकार भगा दिया । इसके बाद पुलिस आयुक्त कार्यालय में लिखित शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
हर तरफ से निराश होने के बाद उसने अदालत की शरण ली। अदालत ने उसकी अर्जी स्वीकार करते हुए तीनों दरोगाओं और सिपाही के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया। आखिर अदालत के आदेश के बाद बिल्हौर कोतवाली पुलिस ने तीनों दरोगाओं और एक सिपाही के विरुद्ध धारा-406 आईपीसी के तहत रिपोर्ट दर्ज कर ली है और मामले की विवेचना सौंप दी है।
एक दरोगा जिले में, बाकी का तबादला
कोर्ट के आदेश पर जिन तीन दरोगाओं और एक सिपाही के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है, उनमें सब इंसपेक्टर मुकेश बाजपेई गुजैनी थाने में तैनात है, जबकि बाकी का गैरजनपद तबादला हो चुका है। फिलहाल इनके खिलाफ विभागीय स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
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