पीलीभीत: जल जीवन मिशन की सात पेयजल परियोजनाओं पर लगा ग्रहण

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Published By Vikas Babu
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सात ग्राम पंचायतों में जल निगम को ढूंढे नहीं मिली जमीन, अब राजस्व विभाग की मदद से तलाशी जा रही जमीन

फोटो- ग्राम पंचायत मुड़िया कुंडरी में जल जीवन मिशन के तहत कराया जा रहा काम

पीलीभीत, अमृत विचार: जल जीवन मिशन के तहत ग्रामीण अचंलों में घर-घर शुद्ध पानी पहुंचाने की शासन की मंशा समय से पूरी होती नही दिख रही है। शासन ने सभी पेयजल परियोजनाओं को मार्च तक पूरा करने का लक्ष्य दिया है, लेकिन अभी सात ग्राम पंचायतों में जल निगम को जमीन ही नही मिल सकी। इस वजह से सात पेयजल परियोजनाएं अधर में लटकी हुई है। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि राजस्व विभाग से सहयोग लिया जा रहा है, जल्द ही जमीन मिल जाएगी।

जिले में हर घर नल योजना के तहत गांवों में घरों तक पाइप लाइन के जरिए शुद्ध पानी पहुंचाने के लिए 550 करोड़ रुपए की लागत से 484 पेयजल परियोजनाओं को मंजूरी मिली थी। इसके तहत ग्राम पंचायतों में पाइप लाइन बिछाने के साथ पंप हाउसों का निर्माण और सोलर पैनल से संबंधित कार्य किए जाने हैं। जिले में दो कार्यदायी संस्थाओं के माध्यम से फरवरी 2022 में काम शुरू कराया गया था। 

जल निगम के मुताबिक फेज दो के तहत 264 पेयजल परियोजनाओं पर काम शुरू कराया गया था। इसमें 14 पेयजल परियोजनाओं पूरी हो चुकी है, शेष बची 250 परियोजनाओं में 70 फीसदी काम हो चुका है। अधिकारियों का दावा है कि फेज दो की सभी परियोजनाओं का 30 जून तक काम पूरा करा लिया जाएगा। फेज तीन में 220 पेयजल परियोजनाओं पर काम चल रहा है। विभाग के मुताबिक फेज तीन को लेकर देरी से काम शुरू हुआ था। इसमें 213 पेयजल परियोजनाओं पर काम चल रहा है। फेज तीन की सभी परियोजनाओं को दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा।

सात पेयजल परियोजनाएं अधर में  
फेज तीन में 220 में से 213 पेयजल परियोजनाओं पर तो काम चल रहा है, लेकिन सात ग्राम पंचायतों में पेयजल परियोजनाओं के लिए जमीन न मिलने की वजह से काम शुरू नहीं हो सका है। यह सभी परियोजनाएं पूरनपुर ब्लाक से जुड़ी है। इधर जल निगम राजस्व विभाग की मदद से सात ग्राम पंचायतों में जमीन की तलाश कर रहा है। विभाग का दावा है कि इन सभी ग्राम पंचायतों में जल्द ही जमींन मिल जाएगी।

जमीन विवाद के चलते भी लग रहा ब्रेक
गांवों में पाइप लाइन बिछाने को लेकर भी आए दिन विवाद की स्थिति पैदा हो रहा है। कुछ गांवों में ग्रामीण पाइप लाइन बिछाने का विरोध कर रहे हैं। राजस्व विभाग की मदद से इन विवादों को सुलझाकर काम शुरू कराया गया है।

हाल ही में मीरपुर में बिछाई जा रही पाइप लाइन को लेकर ग्रामीणों ने ठेकेदार को दौड़ा लिया। ग्रामीणों का कहना था कि पाइप लाइन उनकी निजी जमीन पर बिछाई जा रही है। मामला अफसरों तक पहुंचा। बाद में राजस्व विभाग की मदद से मामले का निस्तारण कर काम शुरू कराया गया।

इन ग्राम पंचायतों में नहीं मिली जमीन
- सिंघाड़ा उर्फ टाटरगंज
- बख्तापुर
- निजामपुर लाह
- भीमपुर नौगजा
- सिमरा ताल्लुके घुंघचाई
- दुधियाखुर्द
- ढका जमीमा पूरनपुर

जल जीवन मिशन के तहत जनपद में 484 पेयजल परियोजनाओं की स्वीकृति मिली है। अब तक 14 परियोजनाओं का काम शत प्रतिशत पूरा हो चुका है। काम देरी से शुरू होने की वजह से परियोजनाएं अधूरी है। दिसंबर तक सभी परियोजनाओं का काम पूरा कर लिया जाएगा। सात ग्राम पंचायतों में जमीन का इश्यू है। राजस्व विभाग की मदद से जमीन जल्द ही तलाश ली जाएगी--- मनीष गंगवार, अधिशासी अभियंता, जल निगम।

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