बरेली: मुआवजे के लिए फिर डीएम से मिले किसान, रखी बात
डीएम ने एडीएम न्यायिक को एनएचएआई के पीडी और किसानों के साथ बैठक कराने के दिए निर्देश
बरेली, अमृत विचार। कई वर्षाें से बड़ा बाईपास के निर्माण में अधिग्रहित की गई जमीन के मुआवजे के लिए किसान परेशान हैं। बुधवार को अखिल भारतीय किसान महासभा जिलाध्यक्ष हरिनंदन सिंह पटेल की अगुवाई में तमाम किसान डीएम रविंद्र कुमार से मिले और अपनी बात रखी। डीएम ने भूमि आधिपत्य अधिकारी का कार्यभार संभाल रहे एडीएम न्यायिक आशीष कुमार को एनएचएआई के पीडी और किसानों के बीच बैठक कराने के निर्देश दिए हैं।
दरअसल, 2013 में रजऊ परसपुर से परसाखेड़ा तक 32.5 किलोमीटर लंबा बड़ा बाईपास बनाया गया था। इसमें 33 गांवों के करीब हजारों किसानों की जमीन अधिग्रहित हुई थी। 600 किसानों को मुआवजा अभी तक नहीं मिला है, जबकि बाकी किसानों ने मुआवजा ले लिया था। मुआवजा अधिक सर्किल रेट के अनुसार किसान मांग रहे हैं। इसको लेकर कई बार उग्र प्रदर्शन हो चुके हैं। मामला कोर्ट में भी गया था। पिछले दिनों किसानों ने दिल्ली में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से भी मुलाकात की थी।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के सदस्य प्रशासन एवं वरिष्ठ आईएएस विशाल चौहान बरेली आए थे। उनकी मौजूदगी में जमीन के मुआवजे को लेकर सर्किट हाउस में बैठक हुई थी, मगर सहमति नहीं बन सकी। अखिल भारतीय किसान महासभा के जिलाध्यक्ष ने कहा कि डीएम से मुआवजे के संबंध में मुलाकात की है। तमाम किसान भी साथ में थे। हमने अपनी बात उनके सामने रखी है।
ये भी पढे़ं- बरेली: उत्त्तर प्रदेश के स्थापना दिवस पर हुआ सांस्कृतिक कार्यक्रम
