अयोध्या: मां को मारने की चर्चित रंगकर्मी की बात निकली फर्जी, पुलिस ने बताया कैसे हुई मौत?
चर्चित रंगकर्मी गोपाल कृष्ण ने सोशल मीडिया पर तीन पेज का पत्र पोस्ट कर कही थी मां की हत्या करने की बात
अयोध्या। नगर कोतवाली क्षेत्र के टेढ़ी गली निवासी 85 वर्षीय कृष्णा देवी के शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने उसके बेटे के दावे को झुठला दिया है। काफी दिनों से बीमार चल रही बुजर्ग महिला की मौत सेप्टिसेनिया और फेफड़े में संक्रमण के चलते हुई पाई गई है। मृतका के फेफड़े में मवाद भरा हुआ था। जबकि भोर में उसके बेटे और चर्चित रंगकर्मी व कारोबारी ने सोशल मीडिया पर तीन पेज का पत्र पोस्ट कर मां की हत्या करने का दावा किया था और सुबह खुद ही कोतवाली पहुंच गया था।
इसके बाद सक्रिय पुलिस के घर पहुंचने पर परिवार के सदस्यों को मामले की जानकारी हुई थी। अन्य भाइयों की ओर से स्वाभाविक मौत का दावा किये जाने के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजवाया था और तीन डाक्टरों के पैनल से वीडियोग्राफी के बीच पोस्टमार्टम कराया।
कभी कम्युनिस्ट पार्टी के वरिष्ठ चिंतकों में शामिल तथा रंगमंच पर एक नामचीन चेहरे रहे लगभग 62 वर्षीय गोपाल कृष्ण वर्मा ने अपने परिचितों और शुभचिंतकों को शुक्रवार की सुबह सोशल मीडिया पर तीन पेज का पत्र पोस्ट किया था। चौक-जमुनियाबाग मार्ग पर स्थित जीके कार्ड सेंटर के नाम से दुकान चलाने वाले गोपाल ने भोर 3.12 बजे लिखे इस पत्र में कर्ज से परेशानी के चलते अपनी बुजुर्ग मां की हत्या की बात कही थी। लिखा था कि उनकी हालत को लेकर मां की चिंता और कष्ट देखा नहीं जा रहा।
अपने प्रति दुलार उनको पशोपेश में डाले हुए था, जिसके चलते मां की हत्या का निर्णय लेना पड़ा। पत्र में अपनी बहन कम्मो का इस घटना से अत्यंत दुखी होने तथा भाइयों की ओर से कर्ज से उबारने के प्रयास का जिक्र किया था। साथ ही कर्जदारों से भी क्षमा याचना की थी और और खुद को कोतवाली पहुंच पुलिस के हवाले किया था। पुलिस ने घर जाकर जांच-पड़ताल की और विधि विज्ञान प्रयोगशाला की टीम से साक्ष्य संकलन कराया लेकिन कोई आपत्तिजनक चीज नहीं मिली।
वहीं भाइयों ने भी किसी अनहोनी से इंकार किया तथा मां कृष्णा देवी की मौत को स्वाभाविक बताया। रात में मृतका के बगल स्थित बिस्तर पर लेटे दिव्यांग पुत्र बालकृष्ण वर्मा उर्फ़ राजू ने भी किसी घटना से इंकार किया। भाई अनुराग वर्मा ने किसी अनहोनी से इंकार करते हुए बताया कि मां और गोपाल दोनों का इलाज चल रहा है। बीमारी के चलते दोनों मानसिक अवसाद की स्थिति में पहुँच गए थे।
वहीं पूछताछ में गोपाल कृष्ण भी अपने दावे को पुष्ट नहीं कर पाए और अवसाद के चलते इधर-उधर की बात करते रहे तो पुलिस ने उनको परिवार के हवाले कर दिया।
एसपी सिटी मधुबन सिंह ने बताया कि टेढ़ी गली निवासी एक बुजुर्ग महिला की मौत की सूचना पर कोतवाली पुलिस जाँच-पड़ताल के लिए गई थी। मौके से कोई चोट-खरोंच नहीं मिला। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी बीमारी के चलते मौत की बात सामने आई है। पुलिस को ऐसा कोई पत्र नहीं मिला है, मृतका के बेटे गोपाल कृष्ण की दिमागी हालत ठीक न होने के चलते परिवार को उनका समुचित उपचार कराने का परामर्श दिया गया है।
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