ईशा चौहान मौत मामला: गला दबाकर की गई थी छात्रा की हत्या, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुआ खुलासा
धानेपुर के लोनियन पुरवा गांव में चाचा के घर में फंदे से लटकता मिला था छात्र का शव
गोंडा, अमृत विचार। धानेपुर थाना क्षेत्र के पूरे महा गांव के मजरा लोनियन पुरवा सी रहने वाली छात्रा ईशा चौहान की मौत के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। ईशा चौहान की मौत फंदे से लटकने के कारण नहीं हुई थी बल्कि उसकी गला दबाकर हत्या की गई थी। इसके बाद उसकी मौत को आत्महत्या दर्शाने की नीयत से शव को फंदे से लटकाया गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आई एंटी मॉर्टम इंजरी के बाद इस सनसनीखेज वारदात की सच्चाई सामने आई है। इस खुलासे के बाद पुलिस के जांच की दिशा आत्महत्या से हत्या की तरफ मुड़ गई है।
धानेपुर थाना क्षेत्र ग्राम पंचायत पूरे महा के मजरा लोनियन पुरवा की रहने वाले दुखहरन की बेटी
ईशा चौहान का शव रविवार को उसके चाचा के बंद मकान में फंदे से लटकता मिला था। शव देखने में तीन से चार दिन पुराना लग रहा था। ग्राम प्रधान की सूचना पर पुलिस ने घटनास्थल की जांच पड़ताल की थी और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा था। सोमवार की सुबह जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई तो चौंकाने वाली जानकारी सामने आई।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ईशा चौहान की मौत का कारण एंटी मॉर्टम इंजरी यानि मृत्यु पूर्व चोट से हुई दर्शायी गयी है। रिपोर्ट में एंटी मॉर्टम हैंगिग का उल्लेख किया गया है इसका सीधा अर्थ है कि कम पहले ईशा की गला दबाकर हत्या की गयी और फिर घटना को आत्महत्या दर्शाने के उद्देश्य से उसका शव फंदे से लटका दिया गया। अब उसकी हत्या किसने और क्यों की पुलिस इसकी जांच पड़ताल में जुटी है। प्रभारी निरीक्षक वेद प्रकाश शुक्ला ने एंटी मॉर्टम हैंगिग सी पुष्टि करते हुए बताया कि घटना की जांच की जा रही है। जल्द ही यह गुत्थी सुलझा ली जायेगी।
शव से दुर्गंध उठने पर मां ने दी थी ग्राम प्रधान को जानकारी
दरअसल ईशा चैहान शुक्रवार को ही घर से लापता हो गयी थी लेकिन उसकी मां ने न इसकी जानकारी किसी को दी और न ही पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करायी। रविवार को जब शव से दुर्गंध उठना आनी शुरू हुई तो मृतका की मां ने इसकी जानकारी ग्राम प्रधान प्रतिनिधि कृष्ण मुरारी को दी। कृष्ण मुरारी की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
सिलाई सेंटर चलाती थी मृतका ईशा चौहान, इसी वर्ष पास की थी इंटर की परीक्षा
मृतका ईशा चौहान गांव के बगल स्थित ममता इंटर कालेज सिंघवापुर में इंटर की छात्रा थी। ईशा ने इसी वर्ष इंटर की परीक्षा उत्तीर्ण की थी। वह घर पर ही सिलाई सेंटर चलाती थी और गांव की लड़कियों को सिलाई कढाई सिखाती थी। ईशा के पिता दुखहरन मजदूरी के सिलसिले में एक सप्ताह पहले गैर प्रांत गया हुआ है। ईशा तीन बहनों में सबसे बड़ी थी। उसका एक छोटा भाई भी है। वह अपनी मां और भाई बहनों के साथ घर पर रहती थी।
बंद रहता है चाचा का मकान
अमृत विचार: जिस मकान में ईशा चौहान का शव मिला है वह उसके चाचा राधेश्याम का है। राधेश्याम गांव से दो किमी दूर शंकर नगर चौराहे पर दुकान करता है। वह परिवार समेत दुकान पर ही रहता है। गांव के मकान में ताला लगा रहता है। इसी कारण मकान में शव लटकने की जानकारी नहीं हो सकी। चार दिनों बाद जब शव से दुर्गंध उठना प्रारंभ हुआ तो मृतका की मां ने इसकी जानकारी ग्राम प्रधान प्रतिनिधि कृष्ण मुरारी को दी।
