Kanpur: शिकायत डिफॉल्टर मिली तो बताना होगा कारण, IGRS पोर्टल पर शिकायतों के निस्तारण में देरी से गिरी नगर निगम की रैकिंग
नगर आयुक्त ने मूल्यांकन रिपोर्ट के 10 मानक पूरे करने को नामित किए अधिकारी
कानपुर, अमृत विचार। आईजीआरएस पोर्टल पर आई शिकायतों का समय से निस्तारण न होने पर नगर निगम की रैकिंग रसातल में चली गई है। इसको लेकर नगर आयुक्त सुधीर कुमार ने सख्ती बरतते हुए समय पर शिकायतों का निस्तारण करने और मासिक मूल्यांकन रिपोर्ट में 10 मानकों को पूरा करने के लिए जिम्मेदारी तय कर दी है। शिकायतों की फीडिंग, मार्किंग व आगे बढ़ाने के साथ ही वैरीफिकेशन, संशोधन के लिये अपर नगर आयुक्त प्रथम मो. आवेश को नामित किया गया है।
डिफॉल्टर और आईजीआरएस हेल्पलाइन और आवेदक के निस्तारण पर दिये गये फीडबैक पर नजर रखने का काम अपर नगर आयुक्त द्वितीय को दिया है। अपर नगर आयुक्त तृतीय और चतुर्थ को सीएम कार्यालय से सी श्रेणीकृत के संदर्भ में, भौतिक सत्यापन, उच्च अधिकारियों से कार्यवाही कराने के लिए नामित किया गया है।
नगर आयुक्त ने सहायक नगर आयुक्त रवि शंकर यादव को नोडल अधकारी (आईजीआरएस) एवं कर निर्धारण अधिकारी महेन्द्र कुमार, सहायक नोडल अधिकारी (आईजीआरएस) नियुक्त किया है।
अपर नगर आयुक्त अनूप बाजपेई को आईजीआरएस का वरिष्ठ प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया है। नगर आयुक्त ने बताया आईजीआरएस शिकायतों के निस्तारण के लिये सम्बन्धित पटल, विभागाध्यक्ष जिम्मेदार होंगे। उनके द्वारा सुनिश्चित किया जायेगा कि कोई भी शिकायत डिफाल्टर न होने पाए। ऐसा होने पर विभागाध्यक्ष डिफाल्टर होने का कारण स्पष्ट करेंगे।
