Harsha Richhariya: विवादों में घिरी मॉडल हर्षा रिछारिया ने छोड़ा महाकुंभ, एक दिन पहले टेंट में रोई थी

Amrit Vichar Network
Published By Vishal Singh
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महाकुंभ नगर, अमृत विचार: महाकुंभ नगर में महामंडलेश्वर कैलाशानंद के शिविर में आई उनकी शिष्या मॉडल हर्षा रिछारिया ने विवादों के चलते शुक्रवार की शाम महाकुंभ नगर छोड़ दिया। हर्षा लगातार सोशल मीडिया पर जारी हो रहे बयान बाजी से काफी कुंठित हो चुकी है। महाकुंभ से उनके जाने की जानकारी उनके पीए ने दी है। 

मॉडल हर्षा रिछारिया बीते कुछ दिनों से महाकुंभ नगर में रुकी हुई थी। बीते 4 जनवरी को महाकुंभ के लिए निरंजनी अखाड़े की पेशवाई निकाली गई थी। उस दौरान 30 साल की मॉडल हर्षा रिछारिया संतों के साथ रथ पर बैठकर पेशवाई में शामिल हुई थी। उस पेशवाई में मीडिया ने उनसे साध्वी बनने पर कई सवाल दागे थे। तमाम विवादों से घिरने के बाद शुक्रवार की शाम हर्षा रिछारिया महाकुंभ से वापस चली गई। उनके पीए ने बताया की वह बाद मे फिर आएंगी।

विवाद के बाद हर्षा ने क्या कहा
उस दौरान हर्षा ने कहा था कि मैं सुकून की तलाश में महाकुंभ क्षेत्र में आई हूं। मै नए जीवन की तलाश में हूं। मै अपने बीते कल को छोड़ चुकी हूं। इसके बाद से हर्षा सुर्खियों में आई है। लगातार सोशल मीडिया पर सुंदर साध्वी के नाम से वह चर्चित होने लगी। विवादों में घिरी हर्षा ने कहा था कि मैं साध्वी नहीं हूं। मैं केवल दीक्षा ग्रहण कर रही हूं।

इसी बीच आनंद स्वरूप महाराज ने वीडियो जारी करते हुए कहा था की पेशवाई के दौरान मॉडल को रथ पर बैठना सही नहीं है। इससे समाज में गलत संदेश जा रहा है। धर्म को प्रदर्शन का हिस्सा बनना बिल्कुल गलत है। साधु संतों को इससे बिल्कुल बचना चाहिए, नहीं तो गंभीर परिणाम होंगे। महाकुंभ सनातन धर्मियों का सबसे बड़ा समागम रहा है। यहां धर्म और अत्यधिक अध्यात्म के लिए लोग जब और तप करते हैं।आनंद स्वरूप ने कहा धर्म की रक्षा करना मेरा उद्देश्य है। मेरा हर्षा से कोई विवाद नहीं है। जैसा लगाव सभी से है वैसा उससे भी है। उसे सही राह दिखाना मेरी कोशिश रही है। उसमें इसे बुरा नहीं मानना चाहिए था।

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